सेना के फील्ड अस्पताल में छह दिनों में 859 मरीजों का उपचार, 20 से ज्यादा सर्जरी
08 अप्रैल, 2025 – मांडले (म्यांमार) : भारतीय सेना का फील्ड अस्पताल म्यांमार के मंडले में तैनात किया गया है, जो हालिया भूकंप के पीड़ितों को चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहा है। इस अस्पताल ने अब तक 859 मरीजों का इलाज किया है।
भारतीय सेना का फील्ड अस्पताल म्यांमार में तैनात किया गया है, जो मानवीय मदद और आपदा राहत प्रयासों के तहत मांडले में काम कर रहा है। यह अस्पताल में हाल ही में आए विनाशकारी भूकंप के पीड़ितों को चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहा है। सेना ने एक बयान जारी कर जानकारी दी।
अपने संचालन के छठे दिन तक इस अस्पताल ने 859 पीड़ितों का उपचार किया। यह उपचार चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में किए गए।
बयान के मुताबिक, म्यांमार के सेना प्रमुख और प्रधानमंत्री जनरल मिन आंग ह्लेइंग ने रविवार को भारतीय सेना के फील्ड अस्पताल का दौरा किया। जनरल ह्लेइंग ने अस्पताल में इलाज करा रहे कई पीड़ितों से मुलाकात की और आपदा से हुए नुकसान पर दुख जताया। उन्होंने इस मुश्किल समय में भारत सरकार और भारतीय जनता की ओर से की जा रही मदद की सराहना की।
फील्ड अस्पताल में रविवार को 141 मरीजों का उपचार किया गया, 44 मरीजों को भर्ती किया गया और छह मरीजों की सफल उपचार के बाद छुट्टी कर दी गई। मेडिकल टीम ने 33 मामूली सर्जरी और एक बड़ी सर्जरी की, इसके साथ ही 546 लैब लांच और 103 एक्स-रे प्रक्रियाएं कीं।
बयान में कहा गया कि भारतीय सेना की प्रतिबद्धता मजबूत है और इसका मार्गदर्शन सर्वे संतु निरामया के सिद्धांत से होता है। जिसका अर्थ है- सभी रोगों से मुक्त हों। यह फील्ड अस्पताल केवल एक चिकित्सा सुविधा नहीं है, बल्कि यह भारत और म्यांमार की मित्रता और मानवीय मूल्यों के प्रति समर्पण का प्रतीक भी है।
इससे पहले, भारतीय वायु सेना के सी-17 विमान ने रविवार को फील्ड अस्पताल के लिए आपूर्ति और जरूरतमंद समुदायों के लिए खाद्य आपूर्ति पहुंचाई। भारतीय सेना का ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत स्थापित फील्ड अस्पताल में अब तक 800 से ज्यादा मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है।
इससे पहले, शनिवार को भारत ने म्यांमार को 442 टन खाद्य मदद भेजी थी। इस मदद में चावल, खाना पकाने का तेल, नूडल्स औ बिस्कुट शामिल थे। यह सामान भारतीय नौसेना के आईएनएस घड़ियाल के जरिए थिलावा पोर्ट पहुंचाया गया, जहां भारतीय राजदूत अभय ठाकुर ने इसे यांगून के मुख्यमंत्री और उनकी टीम को सौंपा।
सौजन्य : अमर उजाला
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