दहशतगर्दी का साथ देने वाले मुल्कों को अंजाम भुगतने की चेतावनी
कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने आतंकवाद पर कड़ा रुख अपनाते हुए पहलगाम हमले को मानवता पर हमला बताया। उन्होंने आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को चेतावनी दी कि उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी।
19 जून, 2025 – नई दिल्ली : कनाडा में जी7 (G7) शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने आतंकवाद पर कड़ा रुख दिखाया है। उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को भारत और मानवता पर हमला बताया। पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को इसकी कीमत चुकानी होगी। उन्होंने दुनिया से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया और दोहरे मापदंडों से बचने की सलाह दी। उन्होंने ग्लोबल साउथ की चिंताओं को भी उठाया। पीएम मोदी ने G7 शिखर सम्मेलन के दौरान कहा कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है। यह लोकतांत्रिक मूल्यों का विरोध करता है। उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह हमला सिर्फ पहलगाम पर नहीं, बल्कि हर भारतीय की आत्मा, पहचान और गरिमा पर हमला था। यह पूरी मानवता पर हमला था।
आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को पुरस्कृत किया जा रहा‘
पीएम मोदी ने आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए हमारी नीतियां स्पष्ट होनी चाहिए। अगर कोई भी देश आतंकवाद का समर्थन करता है, तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को पुरस्कृत किया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया अपनी पसंद के अनुसार प्रतिबंध लगाने में जल्दी करती है। लेकिन जो देश खुले तौर पर आतंकवाद का समर्थन करते हैं, उन्हें पुरस्कृत किया जा रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद पर दोहरे मापदंड नहीं होने चाहिए।
आतंकवाद पर दोहरे मापदंड नहीं होने चाहिए- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘आतंकवाद पर दोहरे मापदंड नहीं होने चाहिए। 22 अप्रैल को जो आतंकी हमला हुआ, वह सिर्फ पहलगाम पर नहीं, बल्कि हर भारतीय की आत्मा, पहचान और गरिमा पर हमला था। यह पूरी मानवता पर हमला था।’ पीएम मोदी ने दुनिया से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को अलग-थलग किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, ‘वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए, हमारे विचार और नीतियां स्पष्ट होनी चाहिए …अगर कोई भी देश आतंकवाद का समर्थन करता है, तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी।’
पीएम मोदी ने ग्लोबल साउथ के देशों की समस्याओं पर भी बात की। उन्होंने कहा कि ग्लोबल साउथ के देश अनिश्चितता और संघर्षों से सबसे ज्यादा पीड़ित हैं। वे भोजन, ईंधन, उर्वरक और वित्त से संबंधित संकटों से सबसे पहले प्रभावित होते हैं। भारत ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं और चिंताओं को विश्व मंच पर लाने की जिम्मेदारी लेता है। उन्होंने ग्लोबल साउथ के देशों की मदद करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा ग्लोबल साउथ के देशों के साथ खड़ा रहेगा।
सौजन्य : नवभारत टाइम्स