20 सितम्बर, 2024 – जालंधर (पंजाब) : पंजाब के अधिकांश युवाओं को सपना कनाडा में रहने, कमाने और बसने का रहता है। लेकिन कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदो के एक ट्वीट ने पंजाब के युवाओं की चिंता बढ़ा दी है।
पंजाब के अधिकांश युवाओं को सपना कनाडा में रहने, कमाने और बसने का रहता है। लेकिन जो लोग कनाडा जाने का सपना संजोय हैं उनके लिए कनाडा के प्रधानमंत्री ने बड़ा झटका दिया है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदो के एक ट्वीट ने पंजाब के युवाओं की चिंता बढ़ा दी है। हाल ही में त्रूदो ने ट्वीट किया है कि हम 2024 में 35 फीसदी कम इंटरनेशनल छात्रों को परमिट दे रहे हैं। अगले वर्ष यह संख्या 10 फीसदी और कम की जाएगी। इसका सबसे बड़ा असर पंजाब के युवाओं पर पड़ेगा। क्योंकि बड़ी संख्या में हर साल पंजाब के युवा कनाडा जाते हैं। पंजाब के ज्यादातर युवा स्टडी वीजा पर कनाडा जाते हैं और फिर वहां कामकाज कर सेटल हो जाते हैं।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदो का कहना है कि इमिग्रेशन हमारी अर्थव्यवस्था के लिए लाभदायक है, लेकिन जब ”बुरे तत्व” सिस्टम का दुरुपयोग करेंगे और छात्रों का फायदा उठाएंगे, तो हम कार्रवाई करेंगे। ऐसे में कनाडा की ओर से वीजा जारी करने की संख्या में 10 प्रतिशत की कटौती का असर सीधे तौर पर पंजाब के लोगों पर होगा।
कनाडा सरकार ने कहा कि अस्थायी निवासियों की संख्या को कम करने के प्रयास में विदेशी कर्मचारी नियमों को भी सख्त किया जाएगा। त्रूदो ने ट्वीट में कहा, ”हम कम वेतन वाले, अस्थायी विदेशी कर्मचारियों की संख्या कम कर रहे हैं और उनके काम करने के समय को कम कर रहे हैं। त्रूदो का यह बयान आम चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वह लगातार इमिग्रेशन और नौकरियों के मुद्दे पर कनाडा में घिर रहे हैं।
2025 में 48,000 वीजा कम होंगे जारी
इमिग्रेशन एक्सपर्ट सुकांत का कहना है कि सरकार के मुताबिक कनाडा ने 2025 में 4,37,000 स्टडी परमिट जारी करने की योजना बनाई है। 2024 में यह 4,85,000 है। साल 2026 में भी परमिट की संख्या 437,000 ही रहेगी। इससे पहले 2023 में कनाडा ने 5,09,390 छात्रों को परमिट दिया था। सुकांत का कहना है कि इमिग्रेशन मंत्री मार्क मिलर का यह कहना कि कनाडा आना एक सौभाग्य है, अधिकार नहीं। इसके काफी गहरे मायने हैं।
सौजन्य : अमर उजाला
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