वर्ष 2022-23 में 17 प्रतिशत बढ़ा नामांकन
पिछले वर्ष 8.31 करोड़ किसानों ने इसका लाभ लिया था। योजना के तहत उन किसानों की फसलों के नष्ट होने पर क्षतिपूर्ति दी जाती है जिनकी फसल प्राकृतिक आपदा के कारण चौपट हो जाती है। बीमा की राशि किसानों के खाते में सीधे भेजी जाती है।
24 मई, 2023 – नई दिल्ली: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लेने वाले किसानों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अभी तक 37 करोड़ किसान इसका लाभ ले चुके हैं। इस वर्ष इस संख्या में तीन करोड़ 12 लाख किसान और जुड़ गए हैं। वर्ष 2021-22 की तुलना में वर्ष 2022-23 में किसानों का नामांकन 17 प्रतिशत बढ़ा है। इसके साथ ही कृषि एवं किसान मंत्रालय की ओर से आवेदन से लेकर भुगतान की प्रक्रिया को भी सरल किया जा रहा है।
2016 में हुई थी शुरुआत
योजना की शुरुआत 2016 में हुई थी। मंत्रालय ने योजना के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिए संबंधित राज्यों को पंचायत स्तर पर विशेष शिविर लगाने का सुझाव दिया था। इसके बाद कई राज्यों में डोरस्टेप फसल बीमा पालिसी एवं रसीद वितरण मेगा ड्राइव ”मेरी पॉलिसी मेरे हाथ” चलाया गया, जिसका असर हुआ कि प्रत्येक वर्ष लगभग पांच से साढ़े पांच करोड़ किसानों ने फसल बीमा का लाभ उठाया।
फसलों के नष्ट होने पर क्षतिपूर्ति
पिछले वर्ष 8.31 करोड़ किसानों ने इसका लाभ लिया था। योजना के तहत उन किसानों की फसलों के नष्ट होने पर क्षतिपूर्ति दी जाती है, जिनकी फसल प्राकृतिक आपदा के कारण चौपट हो जाती है। बीमा की राशि किसानों के खाते में सीधे भेजी जाती है। किसानों की संख्या बढ़ाने के लिए मंत्रालय इसे और सरल बनाने का प्रयास कर रहा है। बीमा भुगतान को ज्यादा से ज्यादा एक सप्ताह के भीतर किसानों के खाते में भेजने के लिए मंत्रालय स्तर पर कवायद की जा रही है।
सौजन्य : दैनिक जागरण
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