अमृतकाल में भारत का यशोवर्द्धन होगा यह विश्वास करने के पीछे कई कारण हैं। इस बार जब स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि 140 करोड़ मेरे भाई-बहन मेरे परिवारजन… तो मुझे शिकागो में हुई विश्व धर्म संसद याद हो आई। इसरो जाकर भी उन्होंने वहां के विज्ञानियों को मेरे परिवार जनों कहा। स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में ‘भाइयों और बहनों’ कह कर समूचे विश्व को प्रभावित कर लिया था। A
नरेंद्र सिंह तोमर: यह अमृतकाल का क्षण है। देश अपने नेतृत्व को उम्मीद भरी दृष्टि से देख रहा है। करीब एक दशक इन उम्मीदों को पूरा करने के प्रयत्नों का गवाह रहा है। आने वाला समय इन स्वप्नों को वास्तविकता में परिवर्तित होते देखने का समय है। यह केवल एक आस नहीं है, बल्कि विश्वास है। इस विश्वास का आधार कर्मठता की सनातन परंपरा है। वह परंपरा जिसका आधार राष्ट्र हित और दीनदयाल उपाध्याय का अंत्योदय है। वह परंपरा जिसका पालन प्रधानमंत्री मोदी कर रहे हैं।
अमृतकाल में भारत का यशोवर्द्धन होगा, यह विश्वास करने के पीछे कई कारण हैं। इस बार जब स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री ने कहा, कि 140 करोड़ मेरे भाई-बहन, मेरे परिवारजन… तो मुझे शिकागो में हुई विश्व धर्म संसद याद हो आई। इसरो के मुख्यालय जाकर भी उन्होंने वहां के विज्ञानियों को मेरे परिवार जनों कहा। स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में ‘भाइयों और बहनों’ कह कर समूचे विश्व को प्रभावित कर लिया था।
प्रधानमंत्री मोदी का यह कहना हमारे विश्वास को मजबूत करता है कि भारत से जो प्रकाशपुंज उठा है, उसमें विश्व को ज्योति नजर आ रही है। आज हमारे पास लोकतंत्र, जनसंख्या और विविधता है और यह त्रिवेणी भारत के हर सपने को साकार करने का सामर्थ्य रखती है। भारत का सबसे बड़ा सामर्थ्य बना है मोदी सरकार के प्रति जन-जन का और विश्व का भारत के प्रति विश्वास।यह बेवजह नहीं है।
2014 में हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10 वें नंबर पर थे, आज हम विश्व की 5वीं अर्थव्यवस्था बन चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने सत्ता संभालने के पहले दिन से ही कृषि और किसानों के विकास को देश की तरक्की का मूल माना। प्रधानमंत्री ने कृषि बजट को लगभग 5 गुना बढ़ा कर कृषि विकास में बाधा बन रही धन की कमी को दूर किया है। किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी महत्वाकांक्षी योजना प्रारंभ की गई, जिसमें अभी तक 2.60 लाख करोड़ रु. करोड़ों किसानों के खातों में जमा कराए जा चुके हैं। पहले यह राशि बिचौलियों में बंट जाती थी, लेकिन पारदर्शी व्यवस्था के कारण अब यह राशि बिना बिचौलियों के सीधे किसानों को मिलती है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में अब तक किसानों द्वारा 29 हजार करोड़ रु. प्रीमियम जमा कराए गए, जबकि नुकसान उठाने वाले किसानों को 1.40 लाख करोड़ रु. का क्लेम दिया जा चुका है। एफपीओ यानी किसान उत्पादक संगठन देश में कृषि क्षेत्र में परिवर्तन लाने, छोटे किसानों को सशक्त बनाने और कृषि परिदृश्य को बदलने के अभिप्रेरक के रूप में उभरे हैं। इस बार बजट में मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए श्री अन्न योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना में बाजरा, रागी और ज्वार के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 2013-14 की तुलना में दोगुने तक की वृद्धि की गई है। यह योजना किसानों में समृद्धि ला रही है। देश की तरक्की समूचे विश्व को दिखाई दे रही है, मगर हमारा विपक्ष और खासकर कांग्रेस आंखें बंद किए बैठी है। विपक्ष सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाता है और प्रधानमंत्री के भाषण के बीच बहिर्गमन कर जाता है।
एक समय मध्य प्रदेश शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, खेती किसानी, बाल मृत्यु, मातृ मृत्यु जैसे तमाम पहलुओं पर बीमारू कहा जाता था। आज मध्य प्रदेश कृषि उत्पादन में रिकार्ड वृद्धि कर रहा है। सिंचाई का रकबा ऐतिहासिक रूप से बढ़ा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संकल्प लिया है कि 2030 तक प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय को दोगुना किया जाएगा। यह संकल्प बिना कृषि समृद्धि के संभव नहीं है। इसीलिए शिवराज सरकार ने तय किया है कि राज्य के कुल कृषि उत्पादन को बढ़ाकर 10 करोड़ मीट्रिक टन के स्तर तक ले जाया जाएगा। हर किसान के खेत के अंतिम छोर तक भरपूर सिंचाई सुविधा दे कर सिंचाई क्षमता को 65 लाख हेक्टेयर तक पहुंचाया जाएगा। प्रदेश में 44 हजार 605 करोड़ लागत की केन-बेतवा लिंक परियोजना मंजूर हो चुकी है। प्रदेश में 486 सिंचाई परियोजनाओं से 33 लाख हेक्टेयर की अतिरिक्त सिंचाई क्षमता बढ़ेगी। ऐसे प्रबंध किए जाएंगे कि प्रदेश में कोई परिवार बिना छत के नहीं रहेगा। इसके लिए सभी नागरिकों को पक्का मकान दिया जाएगा। मुख्यमंत्री जन आवास योजना प्रस्तुत कर आवास से वंचित सभी लोगों केा इस योजना में शामिल किया जाएगा।
शिवराज सिंह चौहान ने पहले लाडली लक्ष्मी योजना प्रस्तुत की। अब महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा और शक्ति देने के लिए लाडली बहना योजना लांच की गई है। इस योजना में प्रति माह सवा करोड़ बहनों के खाते में एक हजार रुपये भेजे जा रहे हैं। यह राशि बढ़ा कर 3 हजार रुपये करने की योजना है। शिवराज सरकार ने आदिवासी समुदाय के हित में पेसा कानून लागू किया है। यह आदिवासी समाज के हितों का संरक्षण करने की दिशा में यह सरकार का अभूतपूर्व निर्णय है। आदिवासी बहुल विकासखंडों में पेसा कानून लागू होने से आदिवासी समुदाय को जल, जंगल और जमीन का अधिकार मिलेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने पेसा एक्ट लागू करने को महाअभियान बना दिया है। हर गांव में समितियां गठित की गईं और इन समितियों में एक तिहाई सदस्य महिलाओं को रखा गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश उस राह पर चल रहा है, जिस विकास पथ का स्वप्न प्रधानमंत्री मोदी ने देखा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 21वीं सदी का एक समर्थ और समृद्ध भारत स्वरूप ले रहा है। एक ऐसा भारत जिसकी उज्ज्वल आभा से दुनिया अचंभित और चमत्कृत है। प्रधानमंत्री मोदी का दिया सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास का मंत्र देश का मिशन बन गया है। हम सब इस प्रगति यात्रा के सहगामी बनें। देश के विकास में अपना योगदान दें, क्योंकि देश का समृद्ध, संपन्न और सक्षम भविष्य भाजपा के हाथ में है। भारत भाजपा की रीति-नीतियों से संवर रहा है।
(लेखक केंद्रीय कृषि एवं किसान विकास मंत्री हैं)
आभार : https://www.jagran.com/editorial/apnibaat-many-reasons-behind-belief-that-country-will-grow-in-glory-in-time-of-amrit-kaal-23514705.html
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