सिख श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी!
पाकिस्तान ने बैसाखी के लिए 6600 भारतीय श्रद्धालुओं को वीजा जारी किया है। श्रद्धालुओं का जत्था 10 अप्रैल को अटारी-वाघा सड़क सीमा मार्ग से पाकिस्तान में प्रवेश करेगा और 19 अप्रैल को वापस भारत लौटेगा। इस बार पाकिस्तान सरकार ने विश्व पंजाबी सम्मेलन का भी आयोजन किया है जिसमें विदेशियों खासकर भारतीय पंजाबियों की भागीदारी के लिए वीजा देने को मंजूरी दी है।
10 अप्रैल, 2025 – अमृतसर : दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास ने सोमवार को बैसाखी के लिए 6,600 भारतीय श्रद्धालुओं के लिए वीजा जारी किया है।
श्री ननकाना साहिब सिख यात्री जत्था के प्रधान रोबिन गिल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि पाकिस्तान स्थित पंजा साहिब गुरुद्वारे में 14 अप्रैल को बैसाखी का मुख्य समागम होगा।
विश्व पंजाबी सम्मेलन का भी होगा आयोजन
इसी दिन यहां पाकिस्तान सरकार विश्व पंजाबी सम्मेलन, जोकि पंजाबी भाषा को समर्पित होगा, का भी आयोजन करेगी। इसमें ज्यादा से ज्यादा संख्या में विदेशियों खासकर भारतीय पंजाबियों की भागीदारी के लिए इस बार पाक सरकार ने दिल खोलकर वीजा देने को मंजूरी दी है।
19 अप्रैल को वापस भारत लौटेगा श्रद्धालुओं का जत्था
उन्होंने कहा कि भारतीय श्रद्धालुओं का जत्था 10 अप्रैल को अटारी-वाघा सड़क सीमा मार्ग से पाकिस्तान में प्रवेश करेगा। बैसाखी पर्व मानने के बाद 19 अप्रैल को भारत लौटेगा।
हालांकि, पाकिस्तान सरकार द्वारा भारतीय जत्थे के लिए तीन हजार यात्रियों का ही कोटा निर्धारित किया है, लेकिन इस बार सात हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने वीजे के लिए आवेदन किया था।
6,600 श्रद्धालुओं का जारी किया गया वीजा
इनमें से 6,600 श्रद्धालुओं को वीजा जारी किया गया है। गौर हो कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने अपने जत्थे के लिए इस बार दो हजार के करीब श्रद्धालुओं के लिए वीजा आवेदन किया था।
इनमें से 1,942 श्रद्धालुओं को वीजा मिला है। ओकाफ बोर्ड के सचिव सैफ उल्ला ने भी पाकिस्तान की पंजाब सरकार व डीजीपी को पांच अप्रैल को ही इस बाबत पत्र लिखा था।
सौजन्य : दैनिक जागरण
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