08 मई, 2021 – तारागढ: कस्बा तारागढ़ के आधीन आते गांव गज्जू जगीर के रावी दरिया में पूरे जोरों से हो रही अवैध माइनिग के खिलाफ इलाका वासियों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि माइनिंग के चलते पास स्थित गांवों के खेत बंजर होने का खतरा देखते हुए उन्हें प्रशासन और संबंधित विभाग के खिलाफ प्रदर्शन का रास्ता अपनाना पड़ा है।
रोष व्यक्त करते हुए परमजीत सिंह पम्मी, मुकेश बिल्ला राजीव कुमार मोनू, तुंग, राहुल, सोनू, काला, साहिल, जतिन, रिशु, नरेंद्र और ठाकुर ने कहा कि रावी दरिया के समीप गांव गज्जू खालसा, रकवाल, हैबित पिंडी, चक्क गज्जू, राजी बेली, बकनौर, छौडियां, गोल दत्याल, नरायणपुर आदि गावों के लोगों की जमीने दरिया के किनारे पर स्थित हैं। उक्त गांवों की आबादी 15 हजार के करीब है और 80 प्रतिशत लोग कृषि पर निर्भर हैं। मगर दरिया में से अधिक माइनिग होने के कारण पानी स्तर बहुत ज्यादा नीचे जा चुका है। इस कारण जमीनों में नमी खत्म हो चुकी है और किसानों की जमीनें बंज हो रही हैं। उक्त दरिया के किनारे बसने वाले गावों के लोगों की जमीने पहले से ही बाढ़ी आने के कारण दरिया में बह चुकी हैं। इस कारण लोगों की जमीनों ने दरिया का रूप धारन कर लिया है, जिस पर लंबे समय से अवैध माइनिग हो रही है। इस नुकसान से किसान अभी तक अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाया है।
इलाका वासियों ने कहा कि अगर कोई अवैध माइनिग का विरोध करता है तो उसको माइनिग माफिया की ओर से डराया धमकाया जाता है, जिसके कारण लोग कई बार अपनी समस्याओं को लेकर पंजाब सरकार के उच्च पदाधिकारियों को अवैध माइनिग को हटाने के लिए मांग पत्र दे चुके हैं, लेकिन अभी तक सरकार ने बिना आश्वासन के कुछ नहीं दिया। अंत में उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और राज्य सरकार की ओर से इस क्षेत्र के सैकड़ों किसानों की समस्याओं और उनके बच्चों के भविष्य को मद्देनजर दरिया में हो रही अवैध माइनिग को शीघ्र बंद करवाया जाए, ताकि किसानों के खेतों को बंजर होने से बचाया जा सके।
सौजन्य : दैनिक जागरण
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