गिद्दड़बाहा में 37 बूथों पर 100 वोटों से भी कम वोट मिले
मनप्रीत बादल का सियासी ग्राफ लगातार गिर रहा है। 2007 में गिद्दड़बाहा से 43.18% वोट पाकर जीत हासिल करने वाले मनप्रीत बादल को हाल ही में हुए उपचुनाव में महज 8.09% वोट मिले। 2017 में बठिंडा शहरी से जीत के बाद पंजाब के वित्त मंत्री बने मनप्रीत बादल को 2022 के विधानसभा चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा था।
28 नवंबर, 2024 – बठिंडा : पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल का ग्राफ दिन व दिन गिरता जा रहा है। 2007 के बाद भले ही 2017 में उन्होंने जीत प्राप्त कर ली थी लेकिन उनको वोट 2007 के मुकाबले कम मिले थे। 2007 में जब वे गिद्दड़बाहा से चुनाव लड़े थे तो उनको 43.18 फीसद वोट मिले थे लेकिन हाल ही में हुए उपचुनाव में उनको उसी हल्के से सिर्फ 8.09 फीसद ही वोट मिले हैं। हालात यह हो गए हैं कि वे अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए।
गिद्दड़बाहा में 2007 में मिले थे 43.18 फीसदी वोट
मनप्रीत बादल 2007 में जब शिअद के टिकट पर गिद्दड़बाहा हल्के से चुनाव लड़े तो उनको 43.18 फीसदी वोट मिले और उन्होंने जीत दर्ज कराई। 2012 में उन्होंने अपनी बनाई पार्टी पीपीपी से इसी हल्के से चुनाव लड़ा तो उनको 25.62 फीसदी वोट ही मिले और उनको हार का सामना करना पड़ा।
2017 में जीत के बाद बने थे पंजाब के वित्त मंत्री
इसके बाद उन्होंने अपना हल्का बदल दिया और वे बठिंडा शहरी हल्के में आ गए। 2017 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर बठिंडा शहरी हल्के से चुनाव लड़ा और 42.57 फीसदी वोट प्राप्त किए। यहां से जीत कर पंजाब के वित्त मंत्री बने। लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में बठिंडा शहरी हल्के के लोगों ने उनको नकार दिया और सिर्फ 18.12 फीसद ही वोट मिले।
इस उपचुनाव में हुआ बुरा हाल
करीब ढाई साल बाद उन्होंने पुराने हल्के की वापसी करते हुए भाजपा के टिकट पर गिद्दड़बाहा हल्के से उप चुनाव लड़ा। लेकिन अब उनकेा गिद्दड़बाहा हल्के के लोगों ने भी नाकार दिया। उनको वहां से सिर्फ 12227 वोट यानी कि सिर्फ 8.09 फीसदी वोट ही मिले और वे अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए।
सौजन्य : दैनिक जागरण
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