बरनाला उपचुनाव: विरोध के बावजूद BJP की गांवों में एंट्री, ग्रामीण एरिया से झटके 25% वोट, कांग्रेस को पछाड़ा
25 नवंबर, 2024 – बरनाला : पंजाब की बरनाला विधानसभा सीट में हुए उपचुनाव में बेशक भाजपा को हार मिली है, लेकिन पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ा है। बड़ी बात यह है कि भाजपा की गांवों में भी एंट्री हुई है। क्योंकि ग्रामीण एरिया से पार्टी को 25 फीसदी वोट मिले हैं।
बरनाला विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जिसकी केवल शहरी क्षेत्र में पकड़ थी, इस बार गांवों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में कामयाब रही है। भाजपा प्रत्याशी केवल ढिल्लों 17937 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे हैं। खास बात यह है कि इनमें से 25 फीसदी (4551) वोट उन्हें गांवों से मिले हैं। राज्य की सभी चार सीटों में से सिर्फ बरनाला से केवल ढिल्लों जमानत बचाने में सफल रहे हैं।
इस शहरी सीट पर कुल 212 मतदान केंद्रों में से 72 मतदान केंद्र गांवों में बनाए गए थे, जिनमें से 5 पोलिंग बूथ पर भाजपा आगे रही है। गांव करमगढ़ के बूथ नंबर 5 और 8, नंगल के 10, सेखा के 17 और बड़बर के 205 पर भाजपा को अन्य दलों से ज्यादा वोट मिले हैं।
8 पोलिंग बूथों पर भाजपा को कांग्रेस से ज्यादा वोट
इसके अलावा सांसद मीत हेयर के ओएसडी हसन भारद्वाज के गांव नंगल से भाजपा 395 वोटों से आगे रही है। इसके अलावा 8 पोलिंग बूथों पर भाजपा कांग्रेस से ज्यादा वोट हासिल करने में कामयाब रही है। बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के कई गांवों में पोलिंग बूथ तक नहीं लगाए गए थे, जबकि इस बार बरनाला के सभी ग्रामीण इलाकों में पोलिंग बूथ लगाकर भाजपा हर बूथ से वोट लेने में सफल रही है।
लोकसभा की तुलना में उपचुनाव में बढ़ा भाजपा का वोट
लोकसभा की तुलना में विधानसभा उपचुनाव में भाजपा का वोट प्रतिशत भी बढ़ा है। बरनाला किसान यूनियनों का गढ़ माना जाता है। जहां धान की खरीद और डीएपी खाद को लेकर किसान संगठनों की तरफ से भाजपा का विरोध किया जा रहा था। बावजूद इसके भाजपा अपने पक्ष में पड़े वोटों से गांवों में खुद को स्थापित किया है। इस तरह भाजपा उम्मीदवार केवल सिंह ढिल्लों ने अपना प्रभाव भी दिखाया है।
सौजन्य : अमर उजाला
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