The Punjab Pulse Bureau
गौशाला निर्माण, श्री भोला गिरी जी सेवा समिती द्वारा गौ सेवा का कार्य शुरू किया गया इसमे गाँव वालों का बहुत सहयोग रहा और पंचायत की, ओर से 4 एकड़ जमीन मिली और उसके अन्दर गौशाला का निर्माण (31-05-2018) को किया गया इसके अन्दर जितने कमेटी के मेंबर रहे उन्होंने पूर्ण रूप से तन मन से सहयोग किया इसी प्रकार गौशाला का कार्य चलता रहा फिर श्री गोरख टीला आश्रम शेरगढ़ में अखिल भारतीय ग्राम विकास कार्यशाला बैठक 5,6,7, फरवरी 2020 को रखी गई, इस बैठक में पूरे भारत वर्ष से संघ कार्यकर्ता, बुद्धीजीवी पधारे। इस बैठक के चलते 6 फरवरी 2020 की शाम को गौशाला में बैठक की गई। इस बैठक में उन्होंने गौमाता के पंचगव्यो से बनने वाले उत्पादों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गौमाता के पंचगव्य को किन रोगों के लिए व किन उत्पादों में उपयोग कर सकते हैं।
इसी बैठक में श्रीमान चंद्रकांत जी (गौ सेवा प्रमुख पंजाब) से मुलाकात हुई । गौशाला में गौ कृपा कथा करने का आग्रह किया गया फिर उन्होंने 19, 20, 21 मार्च 2020 को गौ कृपा कथा करवाने का सौभाग्य हमे दिया गौ कृपा कथा की गई। इस कथा में श्रीमान चंद्रकांत जी ने हमे गौमाता के पंचगव्यो से बनने वाले उत्पादों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। 22 मार्च 2020 को कथा सम्पूर्ण होने के बाद हवन किया गया, उसके बाद श्रीमान चंद्रकांत जी ने विदाई ली । 23 मार्च 2020 को कोरोना महामारी के कारण पूर्ण भारतवर्ष में लोकडाउन लग गया लेकिन श्रीमान चंद्रकांत जी के द्वारा बताए गए विचारो पर अमल करते हुऐ हमने 25 मार्च 2020 की शाम को श्री भोलागिरी जी सेवा समिती के सभी मैंबरों को एकत्रित किया और गौ माता के पंचगव्यों से बनने वाले उत्पादो पर फिर से विचार विमर्श किया। फिर लोकडाउन के चलते सभी मैंबर गौशाला में आते सेवा करने के बाद इन्ही उत्पादों के बारे में जानकारी एकत्रित करके हमने सबसे पहले मिट्टी के बर्तन से गौमूत्र अर्क तैयार किया।
इस कार्य में हम पूर्ण रूप से सफल रहें। सफल होने के बाद हमारे कार्य करने की इच्छा ओर बढी और हमने गौमाता के गोबर से धूप तैयार की लेकिन इस कार्य के शुरुआत में हम असफल रहे, लेकिन हम निरन्तर प्रयास करते रहे। करीब 12 बार धूप बनाने के बाद इस कार्य मे हम सफल हुए, इसके बाद हमने गौ माता के पंचगव्यों से नहाने की साबुन तैयार की। जिसके हमे काफी अच्छे परिणाम मिले, फिर उसके बाद पंचगवयो से नासिकाघृत तैयार किया, इसके बहुत ही अच्छे परिणाम मिलें, हमारी खोज अभी भी चल रही थी। फिर हमने गौमाता के गोबर के कंडे की राख से बर्तन बार तैयार किया, फिर उसके बाद गौमाता के घी से दर्द निवारक बाम तैयार किया, फिर बाद में अमृतधारा तैयार कि और फिर हम इसी कार्य में लगे रहे। हमने 8 प्रकार की साबुन तैयार की जिसमे नीम साबुन, एलोवेरा साबुन, गुलाब साबुन, मुल्तानी मिट्टी साबुन, हल्दीचन्दन साबुन,आंवला रीठा शिकाकाई साबुन, दूध बेसन चंदन साबुन, पंयगव्य साबुन आदि तैयार की। इसके उपरान्त गौ मूत्र से गौनाईल और नेत्रधारा, कर्ण ओषधि, गेंदा मलहम इत्यादि तैयार किए।
अभी भी कुछ चीजें बाकी थी जिन्हे बनाने का हम प्रयत्न कर रहे थे। फिर हमने गौ मूत्र अर्क, आंवला रीठा शिकाकाई द्वारा शेम्पु तैयार किया, इसके बाद हमने नीम पत्र, तुलसी पत्र, गौमूत्र अर्क द्वारा हाथ धोने के लिए हैंडवास तैयार किया और इसके बाद लिक्विड बर्तन बार, खाज-खुजली निवारक तेल, पाचन शक्ति चूर्ण, संबरानी कप तैयार किए फिर हमने गौमाता के गोबर से कुछ और चीजे तैयार की जैसे कि गौमाता के गोबर के बने हुए शुभ-लाभ ,ॐ नमः शिवाय, स्वास्तिक, श्री गणेश प्रतिमा, लक्ष्मी प्रतिमा, गौमय दीपक आदि का निर्माण किया,अभी हमारी गोशाला में लगभग 50 से भी अधिक प्रोडक्ट तैयार हो चुके हैं।
गोशाला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हम अपनी पूरी श्रद्धा, लगन और मेहनत से आज भी इसी कार्य में जुटे हुए है।
यह प्रोडक्ट गोशाला में गौमाता के पंचगव्य से बनाए गए हैं। जो कि शुद्ध और वैदिक तरीके से तैयार किए गए हैं।आप सभी से निवेदन है कि आप गौशाला में बने प्रोडक्ट का उपयोग करें। इस से आपको लाभ मिलेगा और गौमाता की सेवा का अवसर प्राप्त होगा ।
श्री भोला गिरी जी सेवा समिति गौशाला गांव-शेरगढ़ तहसील- अबोहर जिला – फाजिल्का ( पंजाब ) मोब. 9876877661 9592386405
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