23 जनवरी, 2023 – जालंधर: प्लास्टिक डोर अब तक जिले में सैकड़ों लोगों को घायल कर चुकी है। कई लोगों की तो जान भी जा चुकी है, लेकिन थोड़े से मुनाफे के लिए प्लास्टिक डोर बेचने वाले लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। कमजोर कानून भी इस डोर को बेचने वालों के हौसले बुलंद कर रहा है। प्लास्टिक डोर बेचते पकड़े जाने पर मात्र धारा 188, जिसमें सरकारी आदेश के उल्लंघन का दोष होता है, के तहत कार्रवाई कर मौके पर ही जमानत दे दी जाती है। इसी के चलते आज शहर में धड़ल्ले से प्लास्टिक डोर की बिक्री हो रही है।
पटियाला में 12 वर्षीय बच्ची से श्मशानघाट में सामूहिक दुष्कर्म, हालत गंभीर
नए पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल के लिए अपराध रोकने के साथ ही प्लास्टिक डोर की बिक्री रोकना भी एक बड़ी चुनौती होगा। हादसों को देखते हुए पंजाब सरकार ने प्लास्टिक डोर बेचने और खरीदने पर रोक लगा दी थी। पुलिस ने भी कई दुकानदारों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से प्लास्टिक डोर के कई गट्टू बरामद किए।
इसके बावजूद कुछ दुकानदार चंद पैसे कमाने के लिए मासूम जिंदगियों से खिलवाड़ कर रहे हैं। प्लास्टिक डोर का लोगों के अलावा पक्षी भी शिकार होते हैं। हालांकि प्लास्टिक डोर खरीदने वाले बच्चों के स्वजन भी कम कसूरवार नहीं हैं, क्योंकि वो सबकुछ जानते हुए भी अपने बच्चों को रोकते नहीं हैं।
इधर प्लास्टिक डोर के साथ दो गिरफ्तार
थाना दो की पुलिस ने प्लास्टिक डोर बेचने वाले दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 17 प्लास्टिक डोर के गट्टू बरामद किए हैं। गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान बस्ती दानिशमंदा निवासी अर्जुन और जितेंद्र के रूप में हुई है। थाना दो के प्रभारी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि एसआइ हरजीत सिंह पुलिस पार्टी सहित गश्त के दौरान पटेल चौक के पास मौजूद थे। उसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि दो व्यक्ति एक्टिवा से प्लास्टिक डोर की सप्लाई देने बस्ती अड्डा चौक की तरफ आ रहे हैं। इस पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
प्लास्टिक डोर बेचने वालों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी : डीसीपी
डीसीपी इन्वेस्टीगेशन जसकिरनजीत सिंह तेजा ने कहा कि जालंधर पुलिस लगातार प्लास्टिक डोर बेचने वालों के खिलाफ डटी हुई है और इनके खिलाफ मामले दर्ज करके भारी मात्रा में बरामदगी की जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि इस मामले में लोग पुलिस का सहयोग करें और प्लास्टिक डोर बेचने वालों के बारे में सूचना दें।
थानों में हुई अब तक कार्रवाई
जालंधर कमिश्नरेट के सीआइए स्टाफ की पुलिस ने प्लास्टिक डोर बेचने वालों पर दो मामले दर्ज कर 480 गट्टू बरामद किए। इसी तरह थाना रामामंडी और उसकी सब चौकी दकोहा की पुलिस ने तीन मामले दर्ज कर 322 गट्टू बरामद किए।
थाना दो की पुलिस ने दो मामले दर्ज कर 31 गट्टू बरामद किए। थाना बस्ती बावा खेल की पुलिस ने एक मामला दर्ज करके पांच गट्टू बरामद किए। थाना सात की पुलिस ने दो मामले दर्ज कर 64 गट्टू बरामद किए। थाना बारादरी की पुलिस ने एक मामला दर्ज 15 गट्टू बरामद किए और थाना भार्गव कैंप की पुलिस ने एक मामला दर्ज करके आठ गट्टू बरामद किए हैं।
हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर सकती है पुलिस: विनय
एडवोकेट विनय शर्मा ने कहा कि प्लास्टिक डोर से यदि किसी को शारीरिक नुकसान पहुंचता है तो वो पुलिस के पास जाकर हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज करवा सकता है। पुलिस भी इस धारा के तहत केस दर्ज कर सकती है। उन्होंन कहा कि यदि लोग जागरूक हो जाएं तो यह संभव है।
धीरे-धीरे कम हो गया धागे की डोर का व्यापार: पप्पू
साईं दास स्कूल पटेल चौक के पास धागे की डोर का व्यापार कर रहे पप्पू ने बताया कि वह काफी लंबे समय से इस काम से जुड़े हुए हैं। जबसे प्लास्टिक डोर मार्केट में आई है तब से उनके व्यापार में काफी गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक डोर बहुत घातक है।
प्लास्टिक डोर बेचने के लिए नए नए तरीके अपना रहे दुकानदार
प्लास्टिक डोर बेचने के लिए दुकानदार पुलिस से बचने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। अब इस डोर के गट्टू पर लेबल लगाया जा रहा है जिसमें लिखा हुआ है नोट यूज फार काइट फ्लाइंग। यह सब लिखा होने के बावजूद दुकानदार बच्चों और बड़ों को डोर बेच रहे हैं। इसके अलावा प्लास्टिक डोर की होम डिलीवरी भी की जा रही है।
सौजन्य : दैनिक जागरण
चाइना डोर का इस्तेमाल न करने की अपील: चाइना डोर ले रही जान, लोग घर पर खुद तैयार कर रहे कच्चे डोर
23 जनवरी, 2023 – फिरोजपुर : बसंत पंचमी पर चाइना डोर से हो रही पतंगबाजी को लेकर कई लोग और मासूम पक्षी अपनी जान गंवा चुके हैं। इस साल चाइना डोर के इस्तेमाल व बिक्री पर रोक को लेकर जिला प्रशासन के अलावा समाजसेवी संस्थाएं और अब आमजन भी इसके विरोध में एकजुट हो गए हैं। इस कारण चाइना डोर की सरेआम बिक्री पर रोक लगी है। समाजसेवी संस्थाएं सोशल मीडिया पर जहां लोगों को शपथ दिलाई जा रही है कि वह चाइना डोर का न इस्तेमाल करें और न ही किसी को करने दें।
इसके अलावा कई लोग सालों पुरानी परंपरा को फिर से जीवित कर घरों में धागे को रंगकर, कांच और अन्य प्रकार की सामग्री लगाकर डोर तैयार कर रहे हैं, ताकि बसंत पर पतंगबाजी के लिए जानलेवा चाइना डोर की जगह उस डोर का इस्तेमाल किया जाए। छावनी व शहर के समाजसेवियों की ओर से सबसे पहले चाइना डोर के खिलाफ सोशल मीडिया पर एंटी चाइना डोर ग्रुप बनाकर चाइना डोर की बिक्री पर लगाम लगाने को लेकर इसका विरोध किया।
समाजसेवियों ने छावनी में रैलियां कर जगाई अलख
समाजसेवियों ने प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर इस पर कार्रवाई की मांग की। इसके लिए छावनी के बाजारों में रौष रैलियां की और लोगों को जागरूक किया। इसके बाद फिरोजपुर फ्रंट ने इसका विरोध कर जागरूकता अभियान शुरू किया। अब एंटी क्राइम एंटी ड्रग्स इंडिया विंग ने चाइना डोर के खिलाफ अभियान शुरू किया और इसके खिलाफ रौष रैलियां निकालकर लोगों को जागरूक किया, जो लगातार जारी है। वहीं, फिरोजपुर फाउंडेशन के फाउंडर शैलेंद्र शैली के अलावा विभिन्न समाजसेवियों ने वीडियो जारी कर लोगों को इसके इस्तेमाल न करने की अपील की है।
समाजसेवी संस्थाओं और प्रशासन ने चाइना डोर पर लगाई लगाम के बाद इस बार लोगों ने वर्षों पुरानी परंपरा को पुनर्जीवित किया। कई लोगों ने इस बार अपने घरों में ही डोर को सूतने का काम किया। इसमें लोगों ने धागे पर रंग, सुरेश, कांच का मिक्सर व फेवीकॉल डालकर धागा सूतकर इससे घरों में ही पतंगबाजी के लिए डोर तैयार की। वहीं बीते कई साल से छावनी में धागा सूत रहे धर्मपाल का इस बार काम बढ़ा है। उन्होंने बताया कि कई साल से चाइना डोर के कारण काम ठप हो गया था। इस बार लोग फिर से उनकी तैयार की डोर खरीदने आने लगे हैं, जिस कारण डोर की ज्यादा बिक्री की संभावना है।
सौजन्य : दैनिक भास्कर
चाइना डोर प्रयोग न करने की शपथ:चाइना डोर के खिलाफ प्रशासन ने विशेष कमेटियों का किया गठन, मिलने पर होगी कानूनी कार्रवाई
फाजिल्का
200 दुकानदार कर रहे चाइना डोर के बहिष्कार का प्रचार:चाइना डोर से हो रहे खतरनाक हादसों को रोकने के लिए लीला भवन मार्केट वेलफेयर आई आगे
पटियाला
test