देश में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष भारत में संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी। पीएम मोदी ने कहा कि हमारा संविधान हमारे वर्तमान और हमारे भविष्य का मार्गदर्शक है। आज हर देशवासी का एक ही ध्येय है- विकसित भारत का निर्माण।
27 नवंबर, 2024 – नई दिल्ली : संविधान दिवस समारोह के अवसर पर सुप्रीम कोर्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वकीलों और कर्मचारियों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि संविधान सभा की बहस के दौरान बाबासाहेब अंबेडकर ने कहा था – संविधान केवल वकीलों का दस्तावेज नहीं है। इसकी भावना हमेशा युग की भावना है।
आतंकी संगठन को मुंहतोड़ जवाब
पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण पर्व का जब हम स्मरण कर रहे हैं, तब ये भी नहीं भूल सकते कि आज के ही दिन मुंबई में हुए आतंकी हमले की भी बरसी है। इस हमले में जिन व्यक्तियों का निधन हुआ, उन्हें मैं श्रद्धांजलि देता हूं। मैं देश का यह संकल्प भी दोहराता हूं कि भारत की सुरक्षा को चुनौती देने वाले हर आतंकी संगठन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
भारत के नागरिकों की जरूरतें बदलेंगी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे संविधान निर्माता ये जानते थे कि भारत की आकांक्षाएं, भारत के सपने समय के साथ नई ऊंचाई पर पहुंचेंगे। वो जानते थे कि आजाद भारत की और भारत के नागरिकों की जरूरतें बदलेंगी, चुनौतियां बदलेंगी। इसलिए उन्होंने हमारे संविधान को महज कानून की एक किताब बनाकर नहीं छोड़ा… बल्कि इसको एक जीवंत, निरंतर प्रवाहमान धारा बनाया।
अब न्याय व्यवस्था बदल चुकी
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीयों को त्वरित न्याय मिले, इसके लिए नई न्याय संहिता लागू की गई है। दंड आधारित व्यवस्था अब न्याय आधारित व्यवस्था में बदल चुकी है। पिछले 10 वर्षों में 53 करोड़ से ज्यादा ऐसे भारतीयों का बैंक खाता खुला है, जो बैंक के दरवाजे तक नहीं पहुंच पाते थे।
पीएम बोले – हर किसी का रखा ध्यान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में, 4 करोड़ ऐसे भारतीयों को पक्का घर मिले हैं, जो कई कई पीढ़ियों से बेघर थे। पिछले 10 वर्षों में 10 करोड़ से ज्यादा ऐसी महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन मिला है, जो वर्षों से अपने घर में गैस पहुंचने का इंतजार कर रही थी।
घर बैठे ही डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट की सुविधा
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश का बहुत ज्यादा जोर देश के नागरिकों को ईज ऑफ लीविंग पर है। एक समय था जब पेंशन पाने वाले वरिष्ठ नागरिकों को बैंक में जाकर साबित करना होता था कि वो जीवित हैं। आज सीनियर सिटीजन्स को घर बैठे ही डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट की सुविधा मिल रही है।
सौजन्य : दैनिक जागरण
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