• Skip to main content
  • Skip to secondary menu
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
  • Home
  • About Us
  • Our Authors
  • Contact Us

The Punjab Pulse

Centre for Socio-Cultural Studies

  • Areas of Study
    • Social & Cultural Studies
    • Religious Studies
    • Governance & Politics
    • National Perspectives
    • International Perspectives
    • Communism
  • Activities
    • Conferences & Seminars
    • Discussions
  • News
  • Resources
    • Books & Publications
    • Book Reviews
  • Icons of Punjab
  • Videos
  • Academics
  • Agriculture
You are here: Home / News / हैरान कर गया श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह का बयान

हैरान कर गया श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह का बयान

May 26, 2022 By News Bureau

Share

Akal Takht officiating jathedar appeals to Sikhs to unite against  'anti-Panthic' forces

26 मई, 2022 – चंडीगढ़ : श्री अकाल तख्त साहिब के संस्थापक छठे गुरु गुरु हरगोबिंद साहिब के गुरुता गद्दी दिवस पर तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सिखों को आधुनिक हथियार रखने का आह्वान किया है, लेकिन कहा है कि वह इसके लिए लाइसेंस जरूर लें। जत्थेदार साहिब के इस बयान को सिख समुदाय ने ही काफी बुरा मना है और इसे युवाओं को उकसाने वाला बताया है। यहां तक कि तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार भाई रंजीत सिंह ने भी इस बयान को नकारा है। उन्होंने जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया है वह अपने आप में महत्वपूर्ण है। भाई रंजीत सिंह ने पूछा है कि क्या जत्थेदार साहिब के मन में किसी प्रकार की कोई रणनीति घूम रही है ।

अगर घूम रही है तो वह खुलकर सामने आएं और उसे समुदाय के सामने रखें। अगर ऐसा कुछ नहीं है तो वह युवाओं को गुमराह क्यों कर रहे हैं? पंजाब पहले ही 15 साल संताप भोग चुका है। कई घर तो ऐसे हैं जहां कोई चूल्हा जलाने वाला भी नहीं बचा है। यही नहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से अपील की है कि वह सिखों को लाइसेंसी आधुनिक हथियार रखने के लिए कहने के बजाय समाज में शांति, सद्भावना और भाईचारे का संदेश फैलाएं। हम एक सभ्य समाज में रह रहे हैं जहां देश का शासन कानून के राज से चलता है। इस प्रकार सहृदय और सद्भावना वाले समाज में हथियारों की कोई जगह नहीं होती।

सवाल यह है कि आखिर उन्हें इस तरह का बयान देने की जरूरत क्यों पड़ी है? क्या सिख पंथ को किसी प्रकार का कोई खतरा है? क्या पंजाब के युवा हथियारों की मांग कर रहे हैं? श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के इस बयान के पीछे क्या कोई राजनीति है या फिर वह जिस संदर्भ में अपनी बात रखना चाहते थे उसमें सही तरीके से रख नहीं पाए?

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के पूर्व सदस्य अमरिंदर सिंह इसके पीछे शिरोमणि अकाली दल की राजनीति को देख रहे हैं। उनका मानना है कि चूंकि शिरोमणि अकाली दल पिछले दो चुनावों में सत्ता में नहीं आ सका है। इस कारण उसका पंथक वोट बैंक तेजी से खत्म हो रहा है। इस पंथक पार्टी के लिए उसे अपने साथ बनाए रखना मुश्किल साबित हो रहा है। इसलिए वह जत्थेदार के माध्यम से अपनी राजनीति को चलाने की कोशिश कर रही है।

आतंकवाद के दोष में पकड़े गए युवा वर्षो से देश की विभिन्न जेलों में बंद हैं। उन्हें छुड़वाने के लिए शिरोमणि अकाली दल ने जिस प्रकार मुहिम छेड़ी हुई है उसके पीछे भी जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह का ही हाथ है। उन्होंने ही सभी सिख संगठनों को इस मुद्दे पर एक राय बनाने और जेलों में बंद सिखों को छुड़वाने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने को कहा। इसके लिए हुईं बैठकों में गर्म दलीयों को भी अपनी बात रखने का मौका मिल गया, जो शिरोमणि अकाली दल की नीति नहीं है। खासतौर पर शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के प्रधान सिमरनजीत सिंह मान ने जिस तरह से खालिस्तान का मुद्दा उठाया, उसने सुखबीर बादल को भी परेशानी में डाल दिया।

श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को यह नहीं भूलना चाहिए कि वह सिखों की शीर्ष संस्था के प्रमुख हैं। उनकी आवाज, उनके शब्दों का मोल है। पंथ उनके कहे अनुसार चलता है। वह उस धर्म की अगुवाई करते हैं, जो सरबत का भला चाहती है और दिन रात होने वाली अरदास में सरबत का भला मांगती है। अगर वे इस तरह की बयानबाजी करेंगे तो पंथ उन्हें सुनना बंद कर देगा। उन्हें समझना होगा कि उनका काम पंथ को सही नेतृत्व देना है। उन्हें इस बात की ओर भी ध्यान देना होगा कि पंजाब में डेरावाद तेजी से बढ़ रहा है। इसके चलते पंजाब आज देश का ऐसा राज्य बन गया है जहां सबसे ज्यादा डेरे हैं। अनुसूचित जाति के लोगों का इन डेरों में जाने का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। जत्थेदार साहिब को सिख पंथ की दूसरी बड़ी चुनौती की ओर भी देखने की जरूरत है। पंजाब में अनुसूचित जाति के लोगों में धर्म परिवर्तन करके ईसाई धर्म अपनाने की होड़ लगी हुई है। यानी सिख धर्म को छोड़कर लोग ईसाई बनने को ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं।

खासतौर से फतेहगढ़ साहिब, रोपड़, गुरदासपुर आदि जिलों में चर्च की संख्या लगातार बढ़ रही है। उनमें जिस प्रकार सिखों के जाने का रुझान बढ़ा है वह इसलिए भी चिंतनीय है कि फतेहगढ़ साहिब की धरती पर ही धर्म परिवर्तन करने के बजाय साहिबजादों ने खुद को दीवारों में जिंदा चुनवाना पसंद किया था। शायद इसकी वजह यह है कि जिन लोगों के कंधों पर सिख पंथ को नेतृत्व देने की जिम्मेदारी है वे अपनी राजनीति में उलङो हुए हैं। अच्छी बात यह है कि सिख समुदाय ने अपने ही जत्थेदार के बयान को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया, बल्कि उनकी कड़ी आलोचना की है।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से यह अपील कर सही ही किया है कि वह सिखों को लाइसेंसी आधुनिक हथियार रखने के लिए कहने के बजाय समाज में शांति, सद्भावना और भाईचारे का संदेश फैलाएं। वैसे भी सहृदय समाज में हथियारों की कोई जगह नहीं होती।

सौजन्य : दैनिक जागरण


Share
test

Filed Under: News

Primary Sidebar

News

Cleanliness campaign by judges & lawyers

February 7, 2023 By News Bureau

Of self-styled pastors & false promises

February 7, 2023 By News Bureau

ਆਮ ਆਦਮੀ ਕਲੀਨਿਕਾਂ ’ਚ ਮਾੜੇ ਪ੍ਰਬੰਧਾਂ ਖ਼ਿਲਾਫ਼ ਰੋਸ

February 7, 2023 By News Bureau

ਅਧਿਆਪਕਾਂ ਦੀ ਤਨਖ਼ਾਹ ਦਾ ਮਾਮਲਾ ਭਖਿਆ

February 7, 2023 By News Bureau

ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਕਮੇਟੀ ਨੂੰ ਛੱਡਣਾ ਪਵੇਗਾ ਹਰਿਆਣਾ ਦੇ ਗੁਰਦੁਆਰਿਆਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ

February 7, 2023 By News Bureau

Areas of Study

  • Governance & Politics
  • International Perspectives
  • National Perspectives
  • Social & Cultural Studies
  • Religious Studies

Featured Article

The actual message and etymology of Sri Guru Granth Sahib needs to be preserved

January 31, 2023 By Guest Author

Dr. Rajinder Pal Singh Sri Guru Granth Sahib, the eternal living Guru continues to inspire mankind and provide guidance for God realisation and truthful living. It contains the teachings of the Sikh Gurus as well as of Hindu and Muslim saints. Eternal wisdom flows from its teachings which are recited and sung with intense devotion […]

Academics

‘सिंघसूरमा लेखमाला’ धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-10 – भाग-11

सिंघसूरमा लेखमाला धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-10 विजयी सैन्य शक्ति के प्रतीक ‘पांच प्यारे’ और पांच ‘ककार’ नरेंद्र सहगल श्रीगुरु गोविंदसिंह द्वारा स्थापित ‘खालसा पंथ’ किसी एक प्रांत, जाति या भाषा का दल अथवा पंथ नहीं था। यह तो संपूर्ण भारत एवं भारतीयता के सुरक्षा कवच के रूप में तैयार की गई खालसा फौज […]

‘सिंघसूरमा लेखमाला’ धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-8 – भाग-9

सिंघसूरमा लेखमाला धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-8 अमृत शक्ति-पुत्रों का वीरव्रति सैन्य संगठन नरेंद्र सहगल संपूर्ण भारत को ‘दारुल इस्लाम’ इस्लामिक मुल्क बनाने के उद्देश्य से मुगल शासकों द्वारा किए गए और किए जा रहे घोर अत्याचारों को देखकर दशम् गुरु श्रीगुरु गोविंदसिंह ने सोए हुए हिंदू समाज में क्षात्रधर्म का जाग्रण करके एक […]

‘सिंघसूरमा लेखमाला’ धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-6 – भाग-7

सिंघसूरमा लेखमाला धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-6 श्रीगुरु गोबिन्दसिंह का जीवनोद्देश्य धर्म की स्थापना, अधर्म का नाश नरेंद्र सहगल ‘हिन्द दी चादर’ अर्थात भारतवर्ष का सुरक्षा कवच सिख साम्प्रदाय के नवम् गुरु श्रीगुरु तेगबहादुर ने हिन्दुत्व अर्थात भारतीय जीवन पद्यति, सांस्कृतिक धरोहर एवं स्वधर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान देकर मुगलिया दहशतगर्दी को […]

Twitter Feed

The Punjab Pulse Follow

The Punjab Pulse is an independent, non-partisan think tank engaged in research and in-depth study of all aspects the impact the state of Punjab and Punjabis

ThePunjabPulse
Retweet on Twitter The Punjab Pulse Retweeted
mediaharshvt हर्ष वर्धन त्रिपाठी 🇮🇳Harsh Vardhan Tripathi @mediaharshvt ·
5h

गजब https://twitter.com/ahmedalifayyaz/status/1622545847832674304

Ahmed Ali Fayyaz @ahmedalifayyaz

The U-turn at Shopian, #Kashmir today.

Reply on Twitter 1622858527273541634 Retweet on Twitter 1622858527273541634 49 Like on Twitter 1622858527273541634 270 Twitter 1622858527273541634
Retweet on Twitter The Punjab Pulse Retweeted
ganeshs38500793 Ganesh Suthar @ganeshs38500793 ·
17h

_कांग्रेस आ जाए तो शायद पाकिस्तान का कुछ भला हो जाए, इस लिए कि मोदी जी ने हमें कोई टका नहीं देना_

Pak likes loves and lives with Congress.

Reply on Twitter 1622665243519483906 Retweet on Twitter 1622665243519483906 40 Like on Twitter 1622665243519483906 76 Twitter 1622665243519483906
Retweet on Twitter The Punjab Pulse Retweeted
mediaharshvt हर्ष वर्धन त्रिपाठी 🇮🇳Harsh Vardhan Tripathi @mediaharshvt ·
4h

तलवार की मर्यादा भंग कर दी। ऐसे लोगों को तलवार रखने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए। शर्मनाक https://twitter.com/shobhnayadava/status/1622870312881905664

Shobhna Yadav @ShobhnaYadava

पंजाब के गुरदासपुर में स्कूल बस के नीचे आने से कुत्ते की मौत हो गई तो कुत्ते का मालिक तलवार और लाठियाँ लेकर स्कूल बस को रोके खड़ा है। मासूम बच्चे बस में रोते दिखाई दे रहे हैं। क़ानून का डर पंजाब में शायद बस नाम मात्र ही शेष है।

Reply on Twitter 1622872007921770496 Retweet on Twitter 1622872007921770496 97 Like on Twitter 1622872007921770496 303 Twitter 1622872007921770496
Load More

EMAIL NEWSLETTER

Signup to receive regular updates and to hear what's going on with us.

  • Email
  • Facebook
  • Phone
  • Twitter
  • YouTube

TAGS

Academics Activities Agriculture Areas of Study Books & Publications Communism Conferences & Seminars Discussions Governance & Politics Icons of Punjab International Perspectives National Perspectives News Religious Studies Resources Social & Cultural Studies Stories & Articles Uncategorized Videos

Footer

About Us

The Punjab Pulse is an independent, non-partisan think tank engaged in research and in-depth study of all aspects the impact the state of Punjab and Punjabis at large. It strives to provide a platform for a wide ranging dialogue that promotes the interest of the state and its peoples.

Read more

Follow Us

  • Email
  • Facebook
  • Phone
  • Twitter
  • YouTube

Copyright © 2023 · The Punjab Pulse

Developed by Web Apps Interactive