जवानों के जज्बे और सेवा को सराहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने BSF के 61वें स्थापना दिवस पर जवानों को बधाई दी और उनके जज्बे को सराहा। गृह मंत्री अमित शाह और अन्य नेताओं ने भी BSF के योगदान और बलिदान को याद किया। BSF की स्थापना 1965 में हुई थी, तब से यह देश की सीमाओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
02 दिसम्बर, 2025 – नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को BSF के 61वें स्थापना दिवस पर जवानों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि BSF देश की सीमाओं की सुरक्षा में अद्भुत हिम्मत और पेशेवराना अंदाज दिखाती है। पीएम मोदी ने एक्सपर लिखा, “BSF भारत की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है। कठिन इलाकों में भी उनका कर्तव्यभाव प्रेरणादायक है।”
उन्होंने यह भी कहा कि BSF जवान न सिर्फ बहादुरी दिखाते हैं, बल्कि मानवता की भावना भी निभाते हैं। पीएम मोदी ने जवानों को देश की सेवा के लिए शुभकामनाएं दीं। बता दें, BSF रेजिंग डे हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन 1965 में BSF की स्थापना की याद में मनाया जाता है।
अमित शाह ने भी दी बधाई
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक्स पर BSF जवानों और उनके परिवारों को बधाई दी। उन्होंने लिखा कि BSF “जोशीले देशभक्ति के लिए जानी जाती है” और देश की सुरक्षा के लिए उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा। शाह ने शहीद जवानों को नमन किया।
कई राजनीतिक नेताओं ने भी BSF को शुभकामनाएं दीं। लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, “देश की रक्षा करने के लिए धन्यवाद, हम आपके साहस कोसलामकरते हैं।” नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी BSF जवानों का आभार जताते हुए कहा कि वे देश की सीमाओं, धरती और जनता की रक्षा में हमेशा आगे रहते हैं।
कब की गई थी स्थापना?
BSF की स्थापना 1965 में देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए की गई थी। इससे पहले सीमा सुरक्षा की जिम्मेदारी अलग-अलग राज्यों के सशस्त्र पुलिस बल संभालते थे। अप्रैल 1965 में पाकिस्तान के सरदार पोस्ट, चार बेट और बेरिया बेट पर हमले के बाद केंद्र सरकार ने सचिव समिति की सिफारिश पर BSF के गठन का निर्णय लिया।
तब से BSF देश की सीमाओं पर सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण सुरक्षा बल बनकर खड़ा है और लगातार अपनी बहादुरी व सेवा से देश का मान बढ़ा रहा है।
दैनिक जागरण