24.6 प्रतिशत लोगों ने फिटनेस में सुधार माना
पीटीआई के अनुसार संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किए जाने के बाद 41% से अधिक लोगों ने योग को अपनी जीवनशैली में शामिल किया है। आयुष मंत्रालय के सर्वेक्षण के अनुसार 24.6% लोगों ने फिटनेस में सुधार और 16.9% ने तनाव में कमी का अनुभव किया। लगभग एक चौथाई लोगों ने स्वास्थ्य संबंधी ज्ञान प्राप्त करने का दावा किया।
16 जून, 2025 – नई दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र के 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किए जाने के एक दशक बाद 41 प्रतिशत से अधिक लोगों ने अपनी जीवनशैली में योग को किसी न किसी रूप में शामिल कर लिया है।
आयुष मंत्रालय के कराए ताजा सर्वेक्षण के अनुसार 24.6 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने योग के कारण अपनी फिटनेस में सुधार का अनुभव किया, जबकि 16.9 प्रतिशत ने तनाव स्तर में कमी की सूचना दी।
लोगों ने क्या दावा किया?
लगभग एक चौथाई उत्तरदाताओं ने स्वास्थ्य संबंधी ज्ञान प्राप्त करने का दावा किया। आयुष मंत्रालय के इस सर्वेक्षण में 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 30,084 परिवारों को शामिल किया गया, जिसमें शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों का समावेश था।
शहरी क्षेत्रों में 12.6 प्रतिशत उत्तरदाता नियमित रूप से योग का अभ्यास करते हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह आंकड़ा 10.4 प्रतिशत है। 11.6 प्रतिशत नियमित अभ्यासकर्ता पुरुष हैं, जबकि 10.7 प्रतिशत महिलाएं हैं।
योग के प्रति जागरूकता 18-24 आयु वर्ग में सबसे अधिक पाई गई। योग का अभ्यास करने के मामले में 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों का हिस्सा 17 प्रतिशत था। योग करने वाले 36.2 प्रतिशत उत्तरदाता मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और गैस्टि्रक आदि समस्याओं से पीडि़त हैं।
39.3 प्रतिशत उत्तरदाताओं को सामान्य योग प्रोटोकाल के बारे में जागरूकता है और पिछले एक दशक में एक तिहाई (33.4 प्रतिशत) लोगों ने कम से कम एक सामुदायिक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में भाग लिया है। यह सर्वेक्षण केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद और योलो 9 टेक्नोलाजीज के अंतर्गत किया गया था।
हरित योग
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मनाने के लिए डिजायन किए गए 10 प्रमुख कार्यक्रमों में से एक ‘हरित योग’ है। केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने बताया कि योग के साथ पर्यावरणीय स्थिरता को एकीकृत करने का प्रयास किया जा रहा है और यह देश भर में काफी लोकप्रिय हो रहा है।
हरित योग एक आंदोलन है जो हमारी सांसों को पृथ्वी की लय से बांधता है। एक समय में ही एक पेड़, एक आसन करना यह स्थिरता की ओर एक प्रतीकात्मक लेकिन बड़ा कदम है। इसके लिए आयुष मंत्रालय स्थानीय निकायों और निवास कल्याण संघों के सहयोग से योग पार्कों का विकास और पुनर्जीवित कर रहा है।
सौजन्य : दैनिक जागरण