भूकंप प्रभावित क्षेत्र से किया 8 साल की बच्ची को रेस्क्यू
11 फरवरी, 2023 – अंकारा (तुर्किये) : राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने तुर्की सेना के साथ मिलकर शुक्रवार को भूकंप प्रभावित तुर्की से एक आठ साल की एक बच्ची को बचाया। तुर्की के गाजियांटेप के नूरदगी में आए भीषण भूकंप में एक इमारत के मलबे के नीचे लड़की जिंदा फंस गई थी।
NDRF की एक टीम ने तुर्की सेना के सहयोग से एक अन्य जीवित पीड़िता (8 वर्ष की आयु की लड़की) को बहसेली एवलर महालेसी, नूरदगी, गाजियांटेप, तुर्की में सफलतापूर्वक बचाया। एनडीआरएफ ने अपने ट्वीट में तुर्की में चल रहे बचाव कार्यों की एक तस्वीर भी साझा की।
इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तुर्की में एक और नाबालिग लड़की की जान बचाने के लिए एनडीआरएफ की सराहना की थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार NDRF को दुनिया की अग्रणी आपदा प्रतिक्रिया बल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
ट्विटर पर ट्वीट करते हुए शाह ने कहा, ‘एनडीआरएफ पर गर्व है। तुर्किये में बचाव अभियान में टीम आईएनडी-11 ने गाजियांटेप शहर में छह साल की बच्ची बेरेन की जान बचाई। पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हम @NDRFHQ को दुनिया की अग्रणी आपदा प्रतिक्रिया बल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत भारत ने तुर्की और सीरिया में भूकंप राहत प्रयासों के लिए बचाव कर्मियों, आवश्यक वस्तुओं और चिकित्सा उपकरणों को लेकर अब तक 6 विमान भेजे हैं।
6 फरवरी को आए विनाशकारी भूकंप के बाद तुर्की और इससे सटे सीरिया में मरने वालों की संख्या 24,000 से अधिक हो गई है।
एक प्रेस विज्ञप्ति में, NDRF ने कहा कि उनकी टीम ने तुर्किये के एएफएडी (डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी) के साथ एक संयुक्त अभियान में गुरुवार को गाजियांटेप प्रांत के नूरदागी शहर में एक ढही हुई संरचना के मलबे से एक 6 वर्षीय बच्ची को जीवित निकाला।
NDRF ने एक विज्ञप्ति में कहा, NDRF के बचावकर्मियों ने अब तक मलबे से 08 शव भी निकाले हैं। NDRF द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में 7 फरवरी से बचाव अभियान जारी है। दिल्ली में डीजी NDRF द्वारा बचाव अभियान और रसद की बारीकी से निगरानी की जा रही है।
भूकंप प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए तुर्किये के हटे में स्थापित भारतीय सेना के फील्ड अस्पताल ने काम करना शुरू कर दिया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को ट्वीट किया, ‘इस्केंडरन, हटे, तुर्किये में सेना के फील्ड अस्पताल ने एक्स-रे लैब और मेडिकल स्टोर, सर्जिकल और आपातकालीन वार्ड चलाने के साथ काम करना शुरू कर दिया है।’
तुर्किये के भूकंप प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए भारत के ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत आर्मी फील्ड अस्पताल स्थापित किया गया है। जो तुर्किये में फंसे लोगों को बचाने के लिए लगातार काम कर रहा है।
जयशंकर ने बुधवार को ट्विटर पर कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, ‘हटे, तुर्किये में यह फील्ड अस्पताल भूकंप से प्रभावित लोगों का इलाज करेगा। चिकित्सा और क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों और उपकरणों की हमारी टीम आपात स्थिति का इलाज करने की तैयारी कर रही है।’
सौजन्य : दैनिक जागरण
ऑपरेशन दोस्त के तहत तुर्किये की लगातार मदद कर रहा भारत, भेजीं 841 कार्टन दवाएं; 21 हजार से अधिक लोगों की मौत
test