रुक नहीं रहे पराली जलाने के मामले
पराली जलाने के कारण घना स्मॉग छा गया है जिससे हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। बुधवार को भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ बल्कि और खराब हो गई। अत्यधिक स्मॉग होने से राज्य गैस चैंबर बन गया है। राज्य में 7621 जगह पराली जल चुकी है। इस कारण दिल्ली से अमृतसर आने वाली कई फ्लाइट्स रद्द हो गई हैं या देरी से पहुंच रही हैं।
14 नवंबर, 2024 – पटियाला/अमृतसर। जुर्माना दोगुना करने के बाद भी पंजाब में पराली जलाने के मामले रुक नहीं रहे हैं। पराली जलने से बनी घनी स्मॉग के कारण उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का विमान लुधियाना में नहीं उतर पाने के अगले दिन बुधवार को भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ, बल्कि और खराब हो गई। अत्यधिक स्मॉग होने से राज्य गैस चैंबर बन गया है। पराली जलाने के 509 और मामले सामने आए हैं।
अब कर 7 हजार से अधिक जल चुकी पराली
अब तक राज्य में 7,621 जगह पराली जल चुकी है। सर्दी में भीषण कोहरे की तरह स्माग की घनी चादर ने शहरों को ढंक लिया है। स्माग के कारण लोग घरों से बाहर निकलने से पहले सोचने लगे हैं। सड़कों पर दृश्यता कम है और प्रदूषित वायु में सांस लेना भी कठिन हो रहा है।
बुधवार सुबह जब लोग घरों से बाहर निकले तो उन्हें इतना स्मॉग दिखाई दिया कि बहुत से यह कहने को विवश हुए कि उन्होंने पहले कभी स्मॉग के कारण ऐसा दृश्य नहीं देखा है।
देरी से पहुंची ये फ्लाइट्स
स्मॉग के कारण बुधवार को भी दिल्ली से अमृतसर आने वाली इंडिगो की फ्लाइट संख्या 5103 रद्द कर दी गई। शारजहां से आने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस छह घंटे देरी से पहुंची। यह फ्लाइट सुबह सात बजे पहुंचती है, लेकिन मौसम खराब के कारण दोपहर एक बजे पहुंची।
वहीं स्पाइस जेट की फ्लाइट संख्या एसजी 65 सुबह 7:40 बजे पहुंचती है, लेकिन यह 11:15 बजे पहुंची। दिल्ली से अमृतसर आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट 453 सुबह सवा छह बजे के बजाय सवा नौ बजे श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंड हुई।
कतर एयरवेज की फ्लाइट संख्या 548 रात 2:40 बजे पहुंचती है, लेकिन यह फ्लाइट सुबह साढ़े नौ बजे पहुंची। पुणे से अमृतसर आने वाली फ्लाइट संख्या 721 मौसम खराब होने के कारण पुणे से रवाना ही नहीं हुई। एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या 461 दिल्ली अमृतसर 3:30 बजे दिल्ली से रवाना की जाती है, उसे अब तक दिल्ली से चलाया नहीं गया।
इन जिलों में इतने पराली के केस
पराली जालने के बुधवार को सबसे ज्यादा 91-91 केस फरीदकोट और फिरोजपुर में मिले। मोगा में 88, मुक्तसर में 79, बठिंडा में 50, तरनतारन में 40, मानसा में 24, बरनाला में 16, फाजिल्का में 14, संगरूर में सात और अमृतसर में पांच केस पराली जलाने के मिले। चंडीगढ़ वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के चेयरमैन राजेश वर्मा ने पराली जलने पर पंजाब के अधिकारियों को फटकार लगाई।
सौजन्य : दैनिक जागरण
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