इकलौते बेटे के खोने से पिता की टूटी बुढ़ापे की लाठी
नशे की ओवरडोज ने युवक की जान ले ली। पिता जवान बेटे को कनाडा भेजने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन उन्हें अपने कांधे पर जवान बेटे की अर्थी उठानी पड़ी। इकलौते बेटे के खोने से पिता की हालत खराब है। बुढ़ापे में कौन सहारा बनेगा। तीन बेटी है उनकी शादी हो चुकी है। युवक के शव को पोस्टमार्टम कराया गया है।
24 अगस्त, 2024 – होशियारपुर : नशा ने जिले के गांव खड़कां के एक परिवार के उम्मीदों की दीया बुझा दिया। परिवार बेटे को कनाडा भेजने की तैयारी कर रहा था, लेकिन उसे अपने जवान बेटे की अर्थी उठानी पड़ी। इकलौते बेटे खोने से परिवार के मुखिया गुरमीत सिंह की बुढ़ापे की लाठी टूट गई। अब उनकी समझ से बाहर है कि आखिरकार अब सहारा कौन बनेगा। क्योंकि उनकी तीनों बेटियां शादीशुदा हैं।
35 साल का गुरदयाल सिंह उर्फ दयाला अपनी अल्टो कार में सवार होकर सुबह दस बजे घर से निकला था। कहा था कि वह कुछ देर में वापस आ जाएगा। बाद दोपहर तक नहीं लौटा और उसका मोबाइल फोन भी बंद आने लगा। इससे परिवार का माथा ठनका। आसपास उसकी तलाश शुरू की गई तो गांव के कुछ ही दूरी पर कार में वह मृत पड़ा था।
बेटे पर टिकी थीं सारी उम्मीदें
उसके दोस्तों ने बताया कि गुरदयाल सिंह पहले तो नशा करता था, लेकिन अब वह पूरी तरह से नशा छोड़ चुका था। न जाने कैसे उसने नशा का सेवन कर लिया। गुरदयाल ने कनाडा जाने के लिए अप्लाई किया था। उसका वीजा अप्रूव हो चुका है। कुछ ही दिनों में वह कनाडा चले जाने था। वह तीन बहनों का इकलौता भाई था। बुजुर्ग गुरमीत को भी अपने बेटे गुरदयाल का ही सहारा था। उस पर ही सारी उम्मीदें टिकी थीं।
परिजनों को सौंप दिया शव
शुक्रवार को सरकारी अस्पताल होशियारपुर में किए गए पोस्टमार्टम में नशा करने के सिस्टम मिले हैं। फिलहाल, बिसरा जांच के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने पर मालूम पड़ेगा कि उसने कौन सा नशे का सेवन किया था। उधर, सदर पुलिस ने धारा 174 की कार्रवाई कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया।
सौजन्य : दैनिक जागरण
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