साडी पुलिस नाल सेटिंग: जग्गू भगवानपुरिया बोलदा… सानूं 50 लक्ख रुपया देना
13 नवंबर, 2024 – कपूरथला (पंजाब) : ‘मैं जग्गू भगवानपुरिया बोलदां हां; तू सांनू 50 लाख रुपया देना है, साडी पुलिस नाल सेटिंग है’। ऐसी धमकी भरी रंगदारी मांगने की कॉल मनीला से गांव कोट करार खां लौटे एनआरआई को आई है।
पंजाब के कपूरथला में मनीला से लौटे एनआरआई से रंगदारी मांगने और घर पर फायरिंग मामले में नया खुलासा हुआ है। एनआरआई से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया का नाम सामने आया है।
‘मैं जग्गू भगवानपुरिया बोलदां हां; तू सांनू 50 लाख रुपया देना है, साडी पुलिस नाल सेटिंग है’। ऐसी धमकी भरी रंगदारी मांगने की कॉल मनीला से गांव कोट करार खां लौटे एनआरआई को आई है। आठ नवंबर की रात 10 बजे पहले वाट्सअप पर कॉल आई, फिर कुछ समय पर एनआरआई के घर 6-7 राउंड फायरिंग हुई। थाना सदर की पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। 9 नवंबर की सुबह साइंस सिटी चौकी की पुलिस ने मौके पर जांच करते हुए पांच कारतूस के खोल बरामद कर लिए थे, लेकिन उस समय डीएसपी ने केवल फायरिंग की पुष्टि करते हुए ज्यादा जानकारी देने से साफ इंकार कर दिया था।
परिवार के साथ मनीला में रहते हैं बलविंदर
सदर थाने में दर्ज एफआईआर में पुलिस को दिए बयान में 58 वर्षीय एनआरआई बलविंदर कुमार ने बताया कि वह गांव कोट करार खां का मूल निवासी है। करीब 15-16 साल से सपरिवार मनीला में रह रहा है। 30 सितंबर को वह मनीला से पत्नी के साथ गांव कोट करार खां आ गया। एक नवंबर को उसकी छोटी बेटी व बेटा भी गांव आ गए। उसने गांव वालों से सलाह करके पांच नवंबर को 10 गरीब लड़कियों की शादी कराई थी। इसके बाद 6 नवंबर को एनआरआई की बेटी व बेटा मनीला लौट गए और वह अपनी पत्नी के साथ गांव में ही रुक गए। उन्हें 11 नवंबर को वापस मनीला जाना था, जबकि उसकी पत्नी को यहां कुछ दिन रुकना था।
घटना के बाद सहमा एनआरआई परिवार
एनआरआई ने पुलिस को बताया कि आठ नवंबर की रात दस बजे वह अपनी पत्नी के साथ घर पर थे। उस समय उसके भारतीय मोबाइल नंबर पर किसी अज्ञात मोबाइल नंबर +351963487097 से कॉल आई। फोन करने वाले ने 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। इससे कुछ समय बाद उन लोगों ने उसके घर के दोनों गेट पर 6-7 राउंड फायर किए और चले गए। इस घटना के बाद एनआरआई सहम गए हैं। 9 नवंबर को सदर थाना व साइंस सिटी चौकी के इंचार्ज एएसआई पाल सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और खोल बरामद करके जांच शुरू कर दी।
पुलिस मीडिया से छुपा रही जानकारी
थाना सदर की एसएचओ सोनमदीप कौर से एफआईआर दर्ज होने संबंधी पूछा तो उन्होंने जांच होने का हवाला देते हुए कहा कि कुछ देर में एफआईआर के संदर्भ में बताते हैं और फोन काट दिया। वहीं, डीएसपी सब-डिवीजन दीपकरण सिंह ने कहा कि मामले की जांच जारी है। अभी कुछ भी बताना मुनासिब नहीं है। वहीं, सूत्रों की मानें तो इस घटना से सहमा एनआरआई विदेश लौट गया है, जबकि डीएसपी एनआरआई के यहीं होने का दावा कर रहे हैं। वहीं, इस मामले में एफआईआर तो 9 नवंबर को ही दर्ज कर ली गई थी, लेकिन खुलासा नहीं किया गया।
सौजन्य : अमर उजाला
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