भारत पर लगाया इस्लामोफोबिया का आरोप
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में बने राम मंदिर पर भगवा ध्वज लहराया। पाकिस्तान इस पूरे कार्यक्रम से तिलमिलाया हुआ है और इसे भारत में अल्पसंख्यकों के प्रति भेदभाव वाला रवैया कहा है।
27 नवम्बर, 2025 – इस्लामाबाद: भारत के अयोध्या में बने राम मंदिर पर झंडा फहराए जाने से पाकिस्तान तिलमिला उठा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी कर भारत में इस्लामोफोबिया के बढ़ने का आरोप लगाया और ऐतिहासिक जगहों की कथित बेअदबी का जिक्र किया। गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण भारत के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद हुई है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने विवादित भूमि हिंदू पक्ष का सौंपने का आदेश दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मंगलवार 25 नवम्बर को मंदिर की धर्म ध्वजा को फहराया गया, जो किसी भी हिंदू मंदिर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मंगलवार को राम मंदिर पर धर्मध्वज फहराने की तस्वीरें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भी शेयर कीं। पाकिस्तान इस पूरे कार्यक्रम से तिलमिलाया हुआ है और इसे भारत में अल्पसंख्यकों के प्रति भेदभाव वाला रवैया कहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, यह नया कदम भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर दबाव के एक बड़े पैटर्न और ज्यादातर हिंदुत्व सोच के असर में मुस्लिम सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को जानबूझकर खत्म करने की कोशिश को दिखाता है।
मुसलमानों की हाशिए पर डालने का आरोप
बयान में कहा गया कि कई दूसरी ऐतिहासिक मस्जिदें अब बेअदबी या गिराए जाने के ऐसे ही खतरों का सामना कर रही हैं, जबकि भारतीय मुसलमान लगातार बढ़ते सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक हाशिए पर धकेले जाने का सामना कर रहे हैं। इतना ही नहीं, पाकस्तानी विदेश मंत्रालय ने तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गुहार लगा डाली कि और कहा कि वह ‘भारत में बढ़ते इस्लामोफोबिया, हेट स्पीच और नफरत से प्रेरित हमलों पर ध्यान दे।’
पाकिस्तान की भारत से अपील
बयान के आखिर में पाकिस्तान ने भारत सरकार से अपील की कि वह मुसलमानों समेत सभी धार्मिक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करके और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार की जिम्मेदारियों के अनुसार उनके पूजा स्थलों की रक्षा करके अपनी जिम्मेदारियों को निभाए। दिलचस्प बात है कि भारत को अल्पसंख्यों पर ज्ञान देने वाले पाकिस्तान के अपने देश में उनकी हालत लगातार बदहाल होती जा रही है। पाकिस्तान में लगातार ईसाई और हिंदू लड़कियों के जबरन धर्मपरिवर्तन की आ रही रिपोर्ट विचलित करने वाली है।
नवभारत टाइम्स
राम मंदिर पर फहराया ध्वज तो पाकिस्तान को लगी मिर्ची, मुस्लिमों को लेकर UN से की अपील
अयोध्या में राम मंदिर पर ध्वज फहराए जाने से पाकिस्तान ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से भारत में मुस्लिम समुदाय के अधिकारों की रक्षा के लिए हस्तक्षेप करने की अपील की है। पाकिस्तान का आरोप है कि भारत में मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है और उनकी धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन हो रहा है।
27 नवम्बर, 2025 – नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम मंदिर के शिखर पर 25 नवंबर को ध्वजाहोरण हुआ। राम मंदिर पर हुए ध्वजारोहण से जहां राम भक्तों में खुशी देखने को मिल रही है। वहीं, पाकिस्तान को मिर्ची लगी है। उसने ध्वजारोहण समारोह को लेकर भारत की तीखी आलोचना की है और इसे देश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए एक चिंताजनक संकेत बताया है।
दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज जारी की है, जिसमें राम मंदिर को ध्वस्त बाबरी मस्जिद स्थल पर बनाया गया बताया और भारत में मुसलमानों के प्रति बढ़ती असहिष्णुता और “हाशिए पर” होने पर “गहरी चिंता” व्यक्त की।
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम जन्मभूमि मंदिर के ऊपर पवित्र ध्वज फहराया। इसको लेकर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने गहरी चिंता व्यक्त की है। पाकिस्तान ने कहा कि अयोध्या में ऐतिहासिक बाबरी मस्जिद स्थल पर बने तथाकथित ‘राम मंदिर’ पर झंडा फहराया गया। साथ ही आरोप लगया कि सदियों पुराने पूजा स्थल बाबरी मस्जिद को 6 दिसंबर 1992 को फासीवादी विचारधाराओं से प्रेरित चरमपंथी भीड़ ने ध्वस्त कर दिया था।
अल्पसंख्यकों के प्रति भेदभाव का आरोप
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के बयान में बाबरी विध्वंस के बाद भारत में हुई न्यायिक और राजनीतिक प्रक्रियाओं की आलोचना की गई है। पाकिस्तान ने दावा किया कि मस्जिद के विध्वंस के लिए जिम्मेदार लोगों को बाद में “बरी” कर दिया गया और कानूनी फैसलों ने मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। साथ ही भारतीय राज्य पर अल्पसंख्यकों के प्रति भेदभाव का आरोप लगाया।
जानबूझकर किया गया प्रयास
यही नहीं पाकिस्तान ने ध्वजारोहण समारोह को व्यापक मुद्दों से जोड़ते हुए भारत पर अपने मुस्लिम समुदाय को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से हाशिए पर धकेले जाने का खतरा लगातार बना हुआ है। पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि अयोध्या में हुआ यह आयोजन “बहुसंख्यक हिंदुत्व विचारधारा के प्रभाव में मुस्लिम सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को नष्ट करने का जानबूझकर किया गया प्रयास” था।
ऐतिहासिक मस्जिदों पर खतरा
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया कि भारत भर में कई अन्य ऐतिहासिक मस्जिदें भी अब ध्वस्तीकरण या परिवर्तन के इसी तरह के खतरों का सामना कर रही हैं। अनेक ऐतिहासिक मस्जिदों को अब भी अपवित्र किए जाने या ध्वस्त किए जाने के समान खतरों का सामना करना पड़ रहा है।
पाकिस्तान ने वैश्विक संस्थाओं से भी अपील की है कि वे संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों से भारत में बढ़ते इस्लामोफोबिया और नफरत भरे भाषणों पर ध्यान दें। उसने मुस्लिम विरासत स्थलों की रक्षा और वैश्विक संधियों व सम्मेलनों के तहत अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप का आह्वान किया है।
भारत सरकार से किया आग्रह
राम मंदिर पर हुए ध्वजारोहण से डरे हुए पाकिस्तान ने भारत सरकार से आग्रह किया कि मुसलमानों सहित सभी धार्मिक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करके और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दायित्वों के अनुसार उनके पूजा स्थलों की रक्षा करके अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करे।
दैनिक जागरण