ਕਿਸੇ ਵੀ ਵਰਤਾਰੇ ਨੂੰ ਸਮਝਣ ਲਈ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ਕਿ ਉਸ ਦੇ ਸਾਰੇ ਪੱਖ ਵਿਚਾਰੇ ਜਾਣ। ਸਾਡੀ ਜਿ਼ੰਦਗੀ ਵਿਚ ਆਰਥਿਕ, ਸਮਾਜਿਕ, ਸਭਿਆਚਾਰਕ ਅਤੇ ਹੋਰ ਪਹਿਲੂ ਆਪਸ ਵਿਚ ਜੈਵਿਕ ਤੌਰ ਨਾਲ ਜੁੜੇ ਹੋਏ ਹਨ। ਇਹ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ। ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਸੇ ਇੱਕ ਬਾਰੇ ਵਿਚਾਰ ਕਰਦੇ ਸਮੇਂ ਉਸ ਨਾਲ ਸਬੰਧਿਤ ਦੂਜੇ ਪਹਿਲੂਆਂ ਨੂੰ ਵਿਚਾਰਨ ਬਗੈਰ ਉਸ ਵਰਤਾਰੇ ਨੂੰ ਠੀਕ ਤਰ੍ਹਾਂ ਸਮਝਿਆ ਨਹੀਂ ਜਾ ਸਕਦਾ। ਇਹ ਪਹਿਲੂ ਸਮੇਂ ਨਾਲ ਬਦਲਦੇ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਤਬਦੀਲੀ ਦੀ … [Read more...] about ਵਿਦਿਆਰਥੀਆਂ ਦਾ ਪਰਵਾਸ ਅਤੇ ਪੰਜਾਬ ’ਤੇ ਅਸਰ
testAcademics
अब साल में दो बार होंगी बोर्ड परीक्षाएं, स्कूली शिक्षा-परीक्षा को लेकर अहम घोषणा
शिक्षा मंत्रालय लगातार शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव कर रहा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने आज स्कूली शिक्षा-परीक्षा को लेकर एक अहम घोषणा की है। यह घोषणा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों के क्रियान्वयन में की गयी है। जिसके मुताबिक अब बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी. इसमें छात्रों के पास दोनों सत्रों की परीक्षाओं में सर्वोत्तम अंकों को अंतिम अंक मानने का … [Read more...] about अब साल में दो बार होंगी बोर्ड परीक्षाएं, स्कूली शिक्षा-परीक्षा को लेकर अहम घोषणा
testएक देश-एक पाठ्यक्रम आवश्यक
पाठ्यक्रम एवं पाठ्यपुस्तकों में परिवर्तन के पश्चात केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए कि सभी बोर्ड के विद्यार्थी यही पुस्तकें पढ़ें ताकि भिन्न-भिन्न बोर्ड द्वारा दी जाने वाली शिक्षा में व्याप्त अंतर एवं भेदभाव को दूर किया जा सके। राष्ट्रीय शिक्षा नीति की मूल भावना संपूर्ण देश में एक शिक्षा एक पाठ्यक्रम एवं एक परीक्षा-प्रणाली विकसित करने की … [Read more...] about एक देश-एक पाठ्यक्रम आवश्यक
testनई शिक्षा नीति के तीन वर्ष
तकनीक के इस दौर में दुनिया तेजी से बदल रही है इसलिए शिक्षा व्यवस्था में सुधार की प्रक्रिया को भी तेज किया जाना चाहिए। नई शिक्षा नीति का एक बड़ा उद्देश्य छात्रों के व्यक्तित्व को संवारना और उन्हें भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाना है। छात्रों को उस कौशल से लैस किया जाना चाहिए जिनके बिना आज के इस तकनीकी युग में काम चलने वाला नहीं है। नई शिक्षा नीति के लागू … [Read more...] about नई शिक्षा नीति के तीन वर्ष
testपंजाब के लोकजीवन में भगवान श्रीराम
पंजाब के लोकजीवन में भगवान श्रीराम भगवान श्रीराम का देश के कण-कण से नाता है और जब ऐसा सम्बन्ध हो तो यह शायद सम्भव ही नहीं कि ऋषि-मुनियों व गुरुओं की धरती पंजाब इससे विरक्त हो। श्रीराम व उनके परिवार को लेकर देश में अनेक तरह की किंवदन्तियां व लोककथाएं प्रचलित हैं और एक प्रसंग उन्हें पंजाब से भी जोड़ता है। दसवें गुरु श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी ने अपनी रचना दशमग्रन्थ में … [Read more...] about पंजाब के लोकजीवन में भगवान श्रीराम
testਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਲੇਖ : ਪੰਜਾਬੀ ਭਾਸ਼ਾ, ਵਰਤਮਾਨ ਸਥਿਤੀ ਤੇ ਸੰਭਾਵਨਾਵਾਂ
ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਸ਼ਹਿਰੀ ਖੇਤਰਾਂ ’ਚ ਤਾਂ ਜ਼ਿਆਦਾਤਰ ਰੁਝਾਨ ਘਰਾਂ ’ਚ ਵੀ ਹਿੰਦੀ ਬੋਲਣ ਦਾ ਹੈ। ਪੰਜਾਬੀ ਭਾਸ਼ਾ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਤੇ ਤਬਦੀਲੀਆਂ ’ਚ ਸੋਸ਼ਲ ਮੀਡੀਆ ਵੀ ਅਪਣੀ ਭੂਮਿਕਾ ਨਿਭਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਜਿੱਥੇ ਸੋਸ਼ਲ ਮੀਡੀਆ ਤੇ ਪੰਜਾਬੀ ਸਾਹਿਤ ਨੂੰ ਇਕ ਵਖਰਾ ਮੰਚ ਮਿਲਿਆ ਹੈ, ਉੱਥੇ ਪੰਜਾਬੀ ਭਾਸ਼ਾ ਦੀ ਪ੍ਰਫੁੱਲਤਾ ਵੀ ਹੋਈ ਹੈ ਪਰ ਸੋੋਸ਼ਲ ਮੀਡੀਆ ਤੇ ਵਰਤੀ ਜਾਂਦੀ ਪੰਜਾਬੀ ਦਾ ਵਿਆਕਰਣ ਪੱਖੋਂ ਬਿੰਦੀ, ਟਿੱਪੀ, ਅੱਧਕ ਦਾ ਕੋਈ ਖ਼ਾਸ ਖਿਆਲ ਨਹੀਂ ਰਖਿਆ ਜਾਂਦਾ। ਪੰਜਾਬੀ ਭਾਸ਼ਾ ਤੇ ਇਕ ਨਵਾਂ … [Read more...] about ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਲੇਖ : ਪੰਜਾਬੀ ਭਾਸ਼ਾ, ਵਰਤਮਾਨ ਸਥਿਤੀ ਤੇ ਸੰਭਾਵਨਾਵਾਂ
test‘सिंघसूरमा लेखमाला’ धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-10 – भाग-11
सिंघसूरमा लेखमाला धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-10 विजयी सैन्य शक्ति के प्रतीक ‘पांच प्यारे’ और पांच ‘ककार’ नरेंद्र सहगल श्रीगुरु गोविंदसिंह द्वारा स्थापित ‘खालसा पंथ’ किसी एक प्रांत, जाति या भाषा का दल अथवा पंथ नहीं था। यह तो संपूर्ण भारत एवं भारतीयता के सुरक्षा कवच के रूप में तैयार की गई खालसा फौज थी। खालसा के प्रथम पांच प्यारे देश के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों, … [Read more...] about ‘सिंघसूरमा लेखमाला’ धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-10 – भाग-11
test‘सिंघसूरमा लेखमाला’ धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-8 – भाग-9
सिंघसूरमा लेखमाला धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-8 अमृत शक्ति-पुत्रों का वीरव्रति सैन्य संगठन नरेंद्र सहगल संपूर्ण भारत को ‘दारुल इस्लाम’ इस्लामिक मुल्क बनाने के उद्देश्य से मुगल शासकों द्वारा किए गए और किए जा रहे घोर अत्याचारों को देखकर दशम् गुरु श्रीगुरु गोविंदसिंह ने सोए हुए हिंदू समाज में क्षात्रधर्म का जाग्रण करके एक ऐसे शक्तिशाली सैनिक संगठन की स्थापना करने का … [Read more...] about ‘सिंघसूरमा लेखमाला’ धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-8 – भाग-9
test‘सिंघसूरमा लेखमाला’ धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-6 – भाग-7
सिंघसूरमा लेखमाला धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-6 श्रीगुरु गोबिन्दसिंह का जीवनोद्देश्य धर्म की स्थापना, अधर्म का नाश नरेंद्र सहगल ‘हिन्द दी चादर’ अर्थात भारतवर्ष का सुरक्षा कवच सिख साम्प्रदाय के नवम् गुरु श्रीगुरु तेगबहादुर ने हिन्दुत्व अर्थात भारतीय जीवन पद्यति, सांस्कृतिक धरोहर एवं स्वधर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान देकर मुगलिया दहशतगर्दी को दिल्ली में जाकर … [Read more...] about ‘सिंघसूरमा लेखमाला’ धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-6 – भाग-7
testसिंघसूरमा लेखमाला धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-4 – भाग-5
सिंघसूरमा लेखमाला धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-4 आत्म बलिदान और सशस्त्र प्रतिकार की वीरव्रति परंपरा नरेंद्र सहगल सिख सांप्रदाय के चौथे गुरु श्रीगुरु रामदास ने इस मत के प्रचार/प्रसार के लिए अपने सुपुत्र अर्जुन देव को अपना उत्तराधिकारी बनाकर गुरु गद्दी सौंप दी। वे इस मत के पांचवे गुरु थे जिन्होंने धर्म, समाज एवं राष्ट्र की रक्षा हेतु आत्म बलिदान की वीरव्रति प्रथा … [Read more...] about सिंघसूरमा लेखमाला धर्मरक्षक वीरव्रति खालसा पंथ – भाग-4 – भाग-5
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