NIA ने अमेरिका से किया संपर्क; रखा है 10 लाख का इनाम
पंजाब पुलिस और एनआईए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) का आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है। उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो जाएगी। पासिया पर पंजाब में 14 ग्रेनेड हमलों का आरोप है और उसके खिलाफ 33 एफआईआर दर्ज हैं। वह पाकिस्तान में रहकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।
19 अप्रैल, 2025 – चंडीगढ़ : अमेरिका में वीरवार को पकड़े गए पंजाब पुलिस और एनआईए की मोस्टवांटेड सूची में शामिल बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया को जल्द ही भारत लाने की तैयारी शुरू हो गई है।
इसका मुख्य कारण अमेरिका में उसके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं होना है, ऐसे में उसके प्रत्यर्पण को लेकर कोई परेशानी नहीं होना माना जा रहा है। उसके प्रत्यर्पण के लिए एनआईए ने अमेरिका से संपर्क करना भी शुरू कर दिया है।
अमेरिका के सैक्रामेंटो से फेडरल ब्यूरो आफ इंवेस्टिशेन (एफबीआइ), इमीग्रेशन एंड कस्टम इफोर्समेंट (आईसीई) और इंफोर्समेंट एंड रिमूवल आपरेशन (इआरओ) ने ज्वाइंट आपरेशन में उसे गिरफ्तार किया है।
खास बात यह है कि एफबीआई ने अपने एक्स अकाउंट में उसका फोटो जारी कर उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि भी कर दी है। हैप्पी पासिया राज्य में 14 ग्रेनेड हमलों का आरोपित है और उसने इनकी जिम्मेदारी खुद इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डालकर ली है।
एनआइए की ओर से कुल 10 लाख रुपये के इनामी आतंकी पासिया के खिलाफ राज्य में कुल 33 एफआईआर दर्ज हैं। यही नहीं, उसके खिलाफ 10 लुक आउट सर्कुलर (एलओसी), एक ब्लू कार्नर नोटिस जारी हो चुका है। रेड कार्नर नोटिस जारी होने की तैयारी की जा रही है।
पंजाब पुलिस और एनआईए की बड़ी कामयाबी
पासिया पर लुधियाना में कोर्ट परिसर में बम धमाके व चंडीगढ़ में ग्रेनेड हमले के बाद एनआइए ने पांच-पांच लाख रुपये का इनाम रखा हुआ है। उसका पकड़ा जाना पंजाब पुलिस और एनआईए के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। एनआइए लगातार उसकी गिरफ्तारी के लिए अमेरिका की एजेंसियों के संपर्क में थी।
हैप्पी पासिया पाकिस्तान में रहते बीकेआइ के आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के साथ मिलकर पंजाब में आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहा था।
हैप्पी पासिया उस समय चर्चा में आया था जब उसने सितंबर 2024 में चंडीगढ़ में एक पुलिस अधिकारी के घर पर ग्रेनेड से हमला करवाया। इसके अलावा उसका नाम अजनाला थाने को आइईडी से उड़ाने के प्रयास के अलावा पुलिस थानों, चौकियों और पुलिस कर्मचारी के घर पर ग्रेनेड हमले में आया है।
मां-बहन भी हैं जेल में
आतंकी हैप्पी पासिया के खिलाफ पंजाब के विभिन्न थानों में केस दर्ज हैं, इनमें ग्रेनेड हमले, आइइडी से धमाका करने का प्रयास, रंगदारी वसूलना, हत्या, टारगेट किलिंग, हत्या का प्रयास, फायरिंग करवाना और नशा तस्करी शामिल हैं।
अजनाला थाने को आइईडी लगाकर उड़ाने के प्रयास केस में उसकी मां और बहन को पुलिस ने 26 नवंबर को पासिया की मां और बहन को गिरफ्तार किया था। दोनों अभी जेल में हैं। दोनों की गिरफ्तारी के बाद उसने पुलिस को और भी ज्यादा टारगेट बनाना शुरू कर दिया था। एनआइए ने तीन महीने पहले उसकी अमृतसर में 27 क्नाल 16 मरले जमीन कुर्क की थी।
मैक्सिको से अवैध रूप में दाखिल हुआ था अमेरिका
अमृतसर जिले के रामदास पुलिस स्टेशन के तहत गांव पासिया निवासी हरप्रीत सिंह मैट्रिक पास है। वह अप्रैल 2018 में दुबई गया और फरवरी 2019 में भारत लौट आया। अक्टूबर 2020 में वह लंदन गया और वहां से पहले मैक्सिको चला गया। इसके बाद वह पहले यूके रहा और फिर 2021 में मैक्सिको सीमा से अवैध रूप से अमेरिका में दाखिल होने में कामयाब हो गया।
नाबालिगों और नशे में फंसे युवकों को बनाता था शिकार
आतंकी हैप्पी पंजाब में ग्रेनेड हमले, रंगदारी के लिए फायरिंग आदि के लिए नाबालिगों और नशे की दलदल में फंसे युवाओं का प्रयोग करता था। वह उन्हें नशा, पैसा या फिर विदेश भेजने का झांसा देता था। 24 नवंबर 2024 को उसने अजनाला थाने को आइईडी लगाकर उड़ाने का प्रयास किया था।
इसके लिए उसने जंडियाला के जश्नदीप और उसके नाबालिग भाई जोकि नशे की दलदल में फंसे हुए थे तीन-तीन हजार रुपये देने का झांसा दिया था। चूंकि आइईडी में धमाका नहीं हुआ तो उसने दोनों को पैसे भी नहीं दिए और बाद में जान से मारने की धमकी देकर दूसरा टारगेट दिया।
इसके लिए उन्हें पैसे नहीं बल्कि केवल कुछ नशा उपलब्ध करवाने का वादा किया था। इसके अलावा अन्य ग्रेनेड हमलों में पकड़े गए आरोपितों ने भी पूछताछ में हैप्पी पासिया का नाम ही लिया था।
अर्श डल्ला की गिरफ्तारी के बाद हुआ था सक्रिय
कनाडा में मारे गए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत के बाद संगठन को चला रहा अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला 29 अक्टूबर 2024 को गोली लगी थी। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। डल्ला की गिरफ्तारी के बाद आतंकी पासिया सक्रिय हो गया।
उसने अपने साथी गोपी नवांशहरिया के साथ खालिस्तानी गतिविधियों को अंजाम देना शुरू कर दिया। पहली बार उस का नाम तब चर्चा में आया जब उसने चंडीगढ़ के पार्श एरिया सेक्टर-10 में साल 2024 हैंड ग्रेनेड हमला करवाया। यह हमला पूर्व एसपी जसकीरत सिंह पर करवाया गया था। हालांकि वे तब उस कोठी में नहीं रहते थे। इस बाद वह लगातार ग्रेनेड हमलों को अंजाम देने लगा।
अनट्रेसेबल नंबरों का कर रहा था इस्तेमाल
हैप्पी पासिया एजेंसियों की ट्रैकिंग से बचने के लिए अलग-अलग देश कोड वाले अनट्रेसेबल बर्नर फोन नंबर का इस्तेमाल करता था। पुलिस डोजियर में पशिया से जुड़े तीन यूके के फोन नंबर, एक यूएस का फोन नंबर और एक भारतीय फोन नंबर का उल्लेख है।
सौजन्य : दैनिक जागरण
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