भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के झूठे आरोपों का करारा जवाब दिया है। आधारहीन आरोपों को सिरे से खरिज करते हुए भारत ने कहा कि यह पाकिस्तान के नेतृत्व द्वारा नैरिटिव गढ़ने की रणनीति है। इस्लामाबाद में एक अदालत के बाहर आत्मघाती हमले में 12 लोगों की मौत के कुछ घंटों बाद शहबाज ने ‘भारतीय समर्थन से सक्रिय’ समूहों पर हमले में शामिल होने का आरोप लगाया था।
12 नवम्बर, 2025 – नई दिल्ली : भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के झूठे आरोपों का करारा जवाब दिया है। आधारहीन आरोपों को सिरे से खरिज करते हुए भारत ने कहा कि यह पाकिस्तान के नेतृत्व द्वारा नैरिटिव गढ़ने की रणनीति है।
इस्लामाबाद में एक अदालत के बाहर आत्मघाती हमले में 12 लोगों की मौत के कुछ घंटों बाद शहबाज ने ‘भारतीय समर्थन से सक्रिय’ समूहों पर हमले में शामिल होने का आरोप लगाया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय वास्तविकता से अच्छी तरह वाकिफ है। दुनिया पाकिस्तान की ध्यान भटकाने वाली चालों से गुमराह नहीं होगी।
जायसवाल ने कहा, भारत पाकिस्तानी नेतृत्व द्वारा लगाए जा रहे निराधार और निराधार आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज करता है। देश में संविधान की उड़ाई जा रही धज्जियों और सत्ता-हड़पने की सेना की गतिविधियों से अपनी जनता का ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान रणनीति के तहत यह नैरेटिव गढ़ रहा है।
रक्षा बलों के प्रमुख का नया पद सृजित करने के लिए संविधान संशोधन लाने के बाद शहबाज सरकार पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है।
इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती हमले पर पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि हमलावर अदालत परिसर में घुसना चाहता था, लेकिन ऐसा करने में विफल रहने पर उसने इमारत के गेट पर पुलिस वाहन के पास आत्मघाती विस्फोट कर दिया।
जहां प्रधानमंत्री शहबाज ने इस हमले में ”भारतीय समर्थन से सक्रिय” समूहों के शामिल होने का आरोप लगाया, वहीं रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इसके लिए अफगान तालिबान को जिम्मेदार ठहराया।
दैनिक जागरण