तलिबान एक बॉर्डर पर तो दूसरे पर भारत… खुद बोले रक्षा मंत्री
पाकिस्तान के एक बड़े वर्ग को लग रहा है कि अफगानिस्तान के साथ सीमा पर तनातनी का फायदा भारत उठा सकता है। पाक मीडिया का कहना है कि भारत ऑपरेशन सिंदूर का दूसरा चरण पैदा कर सकता है।
17 अक्टूबर, 2025 – इस्लामाबाद: पाकिस्तानी मीडिया को भारत के हमले का डर सता रहा है। पाक मीडिया को लगता है कि अफगानिस्तान के साथ चल रहे संघर्ष के बीच भारत भी अटैक कर सकता है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी इससे इनकार नहीं किया है। आसिफ का कहना है कि भारत की ओर से हमला हो सकता है। हमें ऐसी किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने की जरूरत है। आसिफ ने कहा कि हम इस तरह के हमले की संभावना को देखते हुए अपनी तैयारी भी कर रहे हैं।
समा टीवी ने अपने एक प्रोग्राम में एंकर ने कहा कि पाक आर्मी दो मोर्चों पर युद्ध लड़ रही है। पश्चिमी सीमा (अफगान बॉर्डर) पर गंभीर झड़पें हुई हैं। वहीं पूर्व में भारत भी ऑपरेशन सिंदूर का दूसरे चरण कर सकता है। पाक मीडिया ने कहा कि भारत का हमला कभी भी हो सकता है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में पाकिस्तान के सामने दोहरी चुनौती है। इस पर एंकर ने ख्वाजा आसिफ से भी सवाल किया।
पाक दोनों मोर्चों पर लड़ेगा: आसिफ
समा टीवी पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ से सवाल किया गया कि भारत के सीमा पर कोई हरकत करने का अंदेशा जताया जा रहा है। क्या सरकार को भी इसकी आशंका है। इस पर ख्वाजा आसिफ ने कहा कि बिल्कुल आप इससे इनकार नहीं कर सकते। इसकी प्रबल संभावना है कि भारत की ओर से कोई हमला कर दिया जाए। भारत कोशिश करेगा कि पाकिस्तान के अफगान बॉर्डर पर तनाव का फायदा उठाया जाए।
एंकर ने आसिफ से सवाल किया किया कि अफगान बॉर्डर पर स्थिति तनावपूर्ण है। अगर दो मोर्चों पर युद्ध छिड़ता है तो चीजें आसान नहीं होंगी। इससे निपटने के लिए क्या रक्षा मंत्री के तौर पर आपकी प्रधानमंत्री के साथ बैठक हुई है। ख्वाजा आसिफ ने जवाब में कहा कि हमारी रणनीति तैयार है। भारत से मई के संघर्ष में हमने अफगान बॉर्डर से फौज नहीं मंगाई थी। इससे पता चलता है कि हम किसी भी स्थिति (टू फ्रंट वॉर) के लिए तैयार हैं।
अमेरिका की चाहते हैं मध्यस्थता
ख्वाजा आसिफ ने अफगानिस्तान के साथ शांति के लिए अमेरिका से मध्यस्थता की अपील की है। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप को हम पाकिस्तान-अफगानिस्तान संघर्ष में मध्यस्थता के लिए आमंत्रित करते हैं। आसिफ ने कहा कि ट्रंप इस मामले में आगे आते हैं तो उनका हम स्वागत करेंगे।
ख्वाजा आसिफ ने यह भी कहा है कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान की लड़ाई के पीछे दिल्ली का हाथ है। उन्होंन कहा कि अफगानिस्तान की सरकार भारत के इशारे पर काम कर रही है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बॉर्डर पर बीते हफ्ते हुए सैन्य संघर्ष में पाकिस्तान के 58 सैनिकों की मौत हुई है।
नवभारत टाइम्स
तालिबान के साथ युद्ध को रुकवाएं डोनाल्ड ट्रंप… अफगान सेना ने मचाई तबाही तो पाकिस्तान ने अमेरिका से लगाई गुहार, मानेंगे?
इस्लामाबाद: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बॉर्डर पर बीते हफ्ते भीषण झड़पें देखने को मिली हैं। इन झड़पों में पाकिस्तान के 58 सैनिकों की मौत और कई सैन्य चौकियों पर कब्जे की बात तालिबान ने कही है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अफगानिस्तान के साथ शांति के लिए अमेरिका से मध्यस्थता की अपील की है। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हम पाकिस्तान-अफगानिस्तान के संघर्ष में मध्यस्थता के लिए आमंत्रित करते हैं। आसिफ से सवाल किया गया था कि क्या अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच शांति कायम कराने में ट्रंप मददगार हो सकते हैं। इस पर आसिफ ने कहा कि वह इसके लिए आगे आते हैं तो उनका हम स्वागत करेंगे।