‘भारत मृत अर्थव्यवस्था नहीं, दुनिया की पांच सबसे ब़ड़ी अर्थव्यवस्था’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था को मृत बताने पर वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने जवाब दिया कि भारत दुनिया के विकास में 16% का योगदान देता है और शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। उन्होंने कहा कि भारत आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है और सरकार 25% शुल्क के प्रभावों का परीक्षण कर रही है। सरकार किसान श्रमिक और उद्यमियों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
01 अगस्त, 2025 – नई दिल्ली : व्यापार समझौते में भारत के कड़े रुख से बौखलाए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय अर्थव्यवस्था को मृत बता दिया। इसके जवाब में वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत दुनिया के विकास में 16 प्रतिशत का योगदान देता है और भारत दुनिया की पांच शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हैं।
यह भी उम्मीद की जा रही है कि भारत कुछ वर्षों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। एक दशक से भी कम समय में भारत कमजोर अर्थव्यवस्था से निकल कर दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया है।
ट्रंप की तरफ से भारत पर एक अगस्त से 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा के बाद गुरुवार को गोयल ने संसद को बताया कि भारत आत्मनिर्भरता की ओर आत्मविश्वास के साथ बढ़ रहा है। सरकार 25 प्रतिशत के शुल्क से पड़ने वाले प्रभावों का परीक्षण कर रही है।
किसान, श्रमिक, उद्यमी पर सरकार का जोर
वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय निर्यातकों और उद्योग सहित सभी हितधारकों से संवाद कर इस विषय पर उनके आकलन की जानकारी ले रहा है।
संसद के दोनों सदनों के अलग-अलग अपने संबोधन में गोयल ने फिर से यह साफ कहा कि सरकार किसान, श्रमिक, उद्यमी, निर्यातक व एमएसएमई से जुड़े सभी के कल्याण की रक्षा और संवर्धन को सर्वोच्च महत्व देती है।
उन्होंने फिर से दोहराया कि हम अपने राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित करने और आगे बढ़ने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे। अमेरिका भारत के कृषि और डेयरी सेक्टर के बाजार को अपने लिए खुलवाने को लेकर भारत पर दबाव बना रहा था।
भारत ने नहीं मानी अमेरिका की बात
अमेरिका यह भी चाहता था कि उसे भारत में शुल्क मुक्त तरीके से अनाज के साथ जेनेटिकली मोडिफाइड सोयाबीन और मक्का बेचने की इजाजत दी जाए, लेकिन किसानों के हितों को देखते हुए भारत ने ऐसा करने से साफ मना कर दिया। इसके बाद ही अमेरिका ने भारत पर 25 प्रतिशत शुल्क और जुर्माना लगाने का ऐलान कर दिया।
गोयल ने संसद को यह भी बताया कि भारत और अमेरिका ने इस साल मार्च में एक न्यायपूर्ण, संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए बातचीत शुरू की है जिसका लक्ष्य इस साल अक्टूबर-नवंबर तक समझौते के पहले चरण को पूरा करना है। दोनों पक्षों के बीच इस दिशा में चार दौर की बैठकें हुई हैं। इसके अलावा वर्चुअल तरीके से भी कई बैठकें की गई हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर ट्रंप के बयान के बाद गोयल ने कहा कि पिछले 11 वर्षों के दौरान हमारे निर्यात में लगातार बढ़ोतरी हुई है।
भारत ने यूएई, आस्ट्रेलिया, एवं यूरोपीय फ्री ट्रेड एसोसिएशन ( एफ्टा) के देशों के साथ पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते किए हैं और हम अन्य देशों के साथ भी इसी तरह के व्यापार समझौते करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम किसान और भारतीय कृषि के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं जिससे खाद्य सुरक्षा और समृद्धि सुनिश्चित की जा सके।
दैनिक जागरण