विदेश मंत्री जयशंकर की पाकिस्तान को खरी-खरी
Jaishankar Target Pakistan: जयशंकर ने मई में हुए पहलगाम हमले को आर्थिक युद्ध बताते हुए, पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों की तुलना कॉर्पोरेट मुख्यालयों से की। विदेश मंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि भारत, परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा और आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा।
01 जुलाई, 2025 – नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को दो टूक शब्दों में कहा कि भारत परमाणु ब्लैकमेलिंग के आगे नहीं झुकेगा। आतंकवादियों से कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। यहां तक कि जो सरकार ऐसे आतंकी संगठनों का समर्थन करती है, उसे भी नहीं बख्शा जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिल्ली, पाकिस्तान पर हमले के परिणामों को लेकर दुनिया की चिंताओं में नहीं पड़ने वाली है। सीमा पार से होने वाले आतंकी हमलों के लंबे पैटर्न का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा कि देश में यह भावना आ चुकी है कि बस अब बहुत हो गया।
आतंकवाद पर जयशंकर की दो टूक
जयशंकर ने न्यूजवीक के साथ एक इंटरव्यू में ये बातें कही। यह इंटरव्यू मैनहट्टन में 9/11 मेमोरियल के पास वन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्थित प्रकाशन मुख्यालय में आयोजित किया गया था। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हम यह बहुत स्पष्ट कर रहे हैं कि आतंकवादियों के लिए कोई छूट नहीं दी जाएगी। हम अब उन्हें प्रॉक्सी के तौर पर नहीं मानेंगे और उस सरकार को नहीं बख्शेंगे जो उनका समर्थन करती है। उन्हें फंडिंग करती है और कई तरह से इन आतंकियों को प्रेरित करती है। हम परमाणु ब्लैकमेलिंग के आगे नहीं झुकेंगे।
हम उन्हें बख्शेंगे नहीं, ऐसा क्यों बोले विदेश मंत्री
विदेश मंत्री ने कहा कि हमने यह बहुत समय से सुना है कि भारत और पाकिस्तान दोनों परमाणु देश हैं। अब हम इसमें नहीं पड़ने वाले हैं। अगर कोई गलत भावना से किसी घटना को अंजाम देता है तो हम उन्हें बख्शेंगे नहीं। हम उन लोगों पर सख्त एक्शन लेंगे जिन्होंने यह किया है। ऐसे में न्यूक्लियर ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेंगे। आतंकवादियों को कोई रियायत नहीं, कोई भी फ्री पास नहीं। हम अपने लोगों की रक्षा के लिए जो करना होगा, वह करेंगे।
पहलगाम हमला ‘आर्थिक युद्ध’
जयशंकर ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले को कश्मीर में पर्यटन को नष्ट करने के इरादे से किया गया। उन्होंने इसे आर्थिक जंग बताया है। सीमा पार से होने वाले अटैक के एक लंबे पैटर्न का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा कि देश में यह भावना है कि अब बहुत हो गया। उन्होंने बताया कि भारत को निशाना बनाने वाले पाकिस्तान स्थित आतंकवादी छिपकर काम नहीं करते हैं। उन्होंने उनके बुनियादी ढांचे की तुलना शहरी क्षेत्रों में खुले तौर पर स्थित कॉर्पोरेट संस्थाओं से की।
पाकिस्तान को जमकर सुनाया
जयशंकर ने कहा कि ये आतंकवादी संगठन हैं जिनके ‘कॉर्पोरेट मुख्यालय पाकिस्तान के आबादी वाले शहरों में हैं’। भारत ने पहलगाम नरसंहार के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के अंदर आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया। द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF), जो लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक प्रॉक्सी है, ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस ऑपरेशन में, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के बहावलपुर और मुरीदके में आतंक के गढ़ों पर हमला किया।
सौजन्य : नवभारत टाइम्स
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