नशा तस्करी, हवाला का पैसा…
हरियाणा से पकड़े गए पाकिस्तानी जासूस रिजवान के 3 साथी पंजाब से गिरफ्तार
एसआईटी अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि हेरोइन सप्लाई चेन में सप्लायर कौन थे और खरीददार या प्राप्तकर्ता कौन-कौन थे। फिलहाल, एसआईटी की यह कार्रवाई पाकिस्तान के हवाला नेटवर्क और पंजाब में सक्रिय नशा तस्करी के बीच गहरी सांठगांठ की ओर इशारा करती है।
04 दिसम्बर, 2025 – नूंह: पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए वकील रिजवान की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एसआईटी ने पंजाब से रिजवान के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। एसआईटी के अनुसार, इन तीनों के बैंक खातों में रिज़वान द्वारा संदिग्ध लेनदेन किए गए थे। रिज़वान गुरुग्राम और नूंह की अदालतों में प्रैक्टिस करता था। पुलिस ने उसे पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद जालंधर के स्वीट शॉप मालिक अजय अरोड़ा को भी पकड़ा गया, जो कथित तौर पर पैसों के लेन-देन को मैनेज करता था। अभी पकड़ने गए तीन आरोपियों अमृतसर के संदीप सिंह उर्फ गगन, अमनदीप सिंह और जसकरण शामिल है। इन तीनों के खातों में पाकिस्तान से हवाला नेटवर्क के जरिए आए पैसे कथित रूप से भेजे गए थे।
नशा तस्करी से जुड़े तार
जांच में सामने आया है कि संदीप सिंह उर्फ गगन हेरोइन बेचकर पैसा कमाता था। अब पुलिस यह पता लगा रही है कि हेरोइन का स्रोत कौन था और उससे हुई आमदनी कैसे आगे पहुंचाई गई। वहीं, अमनदीप के पास से एक पिस्तौल और एक लाख रुपये मिले हैं, जिनके नशा तस्करी से जुड़े होने की आशंका है। जसकरण के बारे में कहा जा रहा है कि वह भी कमीशन के रूप में पैसा कमा रहा था, जिसकी जांच जारी है।
पाकिस्तान का पैसा पंजाब तक
एसआईटी ने बताया कि जांच के दौरान उन्होंने नकदी के उस रास्ते का पता लगाया, जो पाकिस्तान से हवाला के जरिए भारत में भेजी जाती थी। फिर पंजाब में नशा तस्करी से जुड़े ऑपरेटिव्स तक पहुंचाई जाती थी। रिज़वान की गिरफ्तारी के बाद एसआईटी उसे पंजाब के कई स्थानों पर लेकर गई, जिनमें अमृतसर का गोल्डन गेट, जालंधर-अटारी रोड बाइपास और शाहकोट शामिल हैं। रिज़वान ने माना कि उसे इन जगहों पर कई किस्तों में नकदी सौंपी गई थी। शाहकोट में रिज़वान और अजय दोनों ने एक मिठाई की दुकान की पहचान की, जो अजय के परिवार की है। उन्होंने बताया कि यहीं पर पैसों का लेन-देन होता था।
रिजवान ने क्या बताया
रिज़वान ने SIT को बताया कि उसने अजय को करीब 34 लाख तीन से चार किस्तों में दिए थे, जो उसने पंजाब में इकट्ठा किए गए पैसों से आगे सप्लायर्स तक पहुंचाए थे। SIT ने बाद में अजय के शाहकोट स्थित घर में अलमारी के लॉकर से 55,000 रुपये बरामद किए, जिसे अजय ने अपनी कमीशन राशि बताया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, SIT ने रिज़वान के बैंक स्टेटमेंट और मोबाइल लोकेशन डेटा का विश्लेषण किया। इससे उसके पंजाब के लगातार दौरों और पैसों की आवाजाही के बीच स्पष्ट संबंध सामने आया। इसी आधार पर अमृतसर के तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों के अनुसार, तीनों ने SIT के सामने पैसों की आमद-रफ्त की बात कबूल कर ली है।
नवभारत टाइम्स