चंडीगढ़ : दो दशकों में बिल्डरों द्वारा किसनों पर किए जा रहे मानसिक एवं आर्थिक अत्याचारों को उजागर करने तथा निवारण हेतु इस समिति का गठन किया गया है।
इस क्षेत्र के १२ गांवों में भोले भाले किसानोंको कैसे मूर्ख बना कर उनकी ज़मीनी पर क़ब्ज़ा या जबरन क़ानूनी कार्यवाही के काले चिट्ठे खोले जाएँगे ।
सरकार समाज और मीडिया को इस संघर्ष के माध्यम से अवगत कराया जाएगा कितने ही लोग इन बिल्डरों के षड्यंत्रों की बलि चढ़ गए कितने ही किसानो की बेटियों की शादियां इनके षड्यंत्रों के चलते नहीं हो पाई कितने ही युवा इन षड्यंत्रों की चलते अपनी ज़मीन जायदाद से हाथ धो बैठे और बेरोज़गारी के अंधकार में चले गए।
इस क्षेत्र में कोई भी बिल्डर ऐसा नहीं किसने किसानो को प्रताड़ित ना किया जो और इसमें तो राष्ट्रीय स्तर की कंपनियाँ भी शामिल हैं।
यह समिति सभी प्रताड़ित किसानों की सूची और निराधार कोर्ट केसों की सूची बना रही हैं और एक व्यापक आंदोलन द्वारा गवर्नर साब से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक अवगत कराया जाएगा।
न्यायालयों में भी संगठन पक्ष रखा जाएगा।