पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालने की तैयारी
वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) पाकिस्तान को पहलगाम हमले के लिए फिर से ग्रे सूची में डाल सकता है। भारत इसके लिए प्रयासरत है क्योंकि FATF ने हमले की निंदा की है। हमले में 20 से अधिक लोग मारे गए थे। पाकिस्तान को ग्रे सूची में डालने पर उसे विश्व बैंक और IMF से मदद नहीं मिलेगी।
17 जून, 2025 – नई दिल्ली : दुनिया के देशों के वित्तीय लेनदेन पर कड़ी नजर रखने वाली 40 से अधिक देशों के समूह की वैश्विक एजेंसी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) पाकिस्तान को पहलगाम हमले के लिए फिर से ग्रे सूची में डाल सकती है।
भारत इसके लिए पहले से प्रयासरत है और FATF के हालिया बयान के बाद इसकी संभावना बढ़ती नजर आ रही है। FATF ने गत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि इस प्रकार का आतंकी हमला बिना वित्तीय मदद के संभव नहीं है। इस हमले में 20 से अधिक निर्दोष लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा था।
पाकिस्तान को ग्रे सूची में डालने पर क्या होगा?
FATF के इस बयान से भारत के उस दावे को समर्थन मिल रहा है, जिसके तहत भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार बताते हुए उसे ग्रे सूची में डालने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान को ग्रे सूची में डालने पर विश्व बैंक और IMF जैसी किसी भी वैश्विक वित्तीय एजेंसी से उसे मदद नहीं मिल पाएगी।
पहले भी ग्रे सूची में डाला जा चुका है पाकिस्तान
भारत की पहल पर पहले भी पाकिस्तान को ग्रे सूची में डाला जा चुका है, लेकिन वर्ष 2022 में पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों को वित्तीय मदद नहीं देने के अपने वादे के साथ इस सूची से बाहर आ गया। पहलगाम हमले के बाद भारत का वित्त मंत्रालय फिर से पाकिस्तान को FATF की ग्रे सूची में डालने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहा है और पहलगाम हमले में पाकिस्तान के हाथ होने की सबूत भी FATF को भारत की तरफ से दिया जा रहा है।
जल्द ही FATF आतंकवाद के फंडिंग पर विस्तृत रिपोर्ट जारी करने वाली है। FATF आतंकवाद को वित्तीय मदद रोकने के लिए लगातार काम कर रहा है। FATF का मानना है कि हाल ही में हुए पहलगाम व इस प्रकार के अन्य आतंकवादी हमले वित्तीय मदद के बगैर संभव नहीं है।
सौजन्य : दैनिक जागरण
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