बदमाशों ने फोटो से मिलते-जुलते दूसरे शख्स पर चला दी गोलियां
बठिंडा में गोलीबारी की एक घटना में, हमलावरों ने गलती से एक दुकानदार ललित छाबड़ा को गोली मार दी। वे कनाडा में बैठे एक खालिस्तानी नेता के कहने पर एक हिंदू नेता की हत्या करने आए थे, लेकिन पीड़ित की शक्ल असली निशाने से मिलती-जुलती होने के कारण किसी और को गोली मार दी।
21 जून, 2025 – बठिंडा : गोलीबारी की एक घटना में फिल्मी रंग सामने आया है। शहर की थर्मल कालोनी के गेट नंबर दो के पास चाय का खोखा है। 16 जून की सुबह खोखे पर चाय पी रहे व्यक्ति पर अंधाधुंध गोलियां चलाई गईं।
एक गोली सीने तथा एक टांग में लगी। पहले दिन पुलिस ने गोलीबारी का कारण रंजिश बताया था, पर गिरफ्तार तीन हमलावरों ने पूछताछ में बताया कि वे हिंदू नेता की हत्या करने आए थे, पर गलती से फोटो से मिलते जुलते दुकानदार ललित छाबड़ा, जो चाय पीने आया था, को गालियां मार दीं।
जांच में पता चला कि यह वारदात कनाडा में बैठे खालिस्तानी नेता के कहने पर की गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार विदेश में बैठे खालिस्तानी तत्वों ने तीनों हमलावरों को हिंदू नेता की फोटो उपलब्ध कराई थी जिसके आधार पर उन्होंने सुबह की सैर के बाद चाय के खोखे पर बैठे उससे मिलते-जुलते व्यक्ति पर गोलियां चला दीं।
तीनों हमलावर दो मोटरसाइकिलों पर सवार होकर खोखे पर पहुंचे थे और इस हमले में उन्होंने आधुनिक विदेशी हथियारों का इस्तेमाल किया। हमलावर जब ललित छाबड़ा पर गोलियां चलाकर फरार हुए तो उनके चौथे साथी ने फोन करके बताया कि उन्होंने हिंदू नेता के बजाय किसी और पर गोलियां चलाई हैं।
बताया जाता है कि हमलावरों ने जिस हिंदू नेता की हत्या करनी थी, वह भी थर्मल कॉलोनी के आसपास वाले एरिया में रहता है और अक्सर चाय के खोखे पर आता है, पर घटना वाले दिन उसकी जगह उसके जैसा दिखने वाला ललित छाबड़ा चाय की दुकान पर बैठा था जिसे हमलावरों ने हिंदू नेता समझकर गोलियां मार दीं।
सौजन्य : दैनिक जागरण
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