प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की पहली आधिकारिक यात्रा पर हैं लेकिन उनका इस धरती से पुराना नाता है। 25 वर्ष पूर्व भाजपा महासचिव के रूप में उन्होंने यहाँ विश्व हिंदू सम्मेलन को संबोधित किया था जहाँ आत्म-मुक्ति और विश्व कल्याण का संदेश दिया। मोदी ने भारतीय प्रवासियों में एकता और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण पर जोर दिया था।
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी भले ही त्रिनिदाद और टोबैगो की पहली अधिकारिक यात्रा पर पहुंचे हैं, लेकिन इस धरती से उनका संबंध पुराना है। 25 वर्ष पहले पीएम मोदी भाजपा महासचिव के रूप में इस द्वीप राष्ट्र की यात्रा पर गए थे।
तब वहां विश्व हिंदू सम्मेलन को संबोधित करते हुए विश्व कल्याण का संदेश दिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे हैं। इसके साथ ही न सिर्फ मोदी, बल्कि उनकी राजनीतिक यात्रा के साथियों की स्मृति में वर्ष 2000 का विश्व हिंदू सम्मेलन ताजा हो उठा है।
भाजपा के महासचिव के रूप में पहुंचे थे मोदी
दरअसल, पोर्ट ऑफ स्पेन के कैस्केडिया होटल में सनातन धर्म महासभा द्वारा आयोजित सम्मेलन में भाजपा के महासचिव के रूप में मोदी ने भाग लिया था। उस सम्मेलन में दुनिया भर से 1,000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए, जिसका विषय था- ‘आत्म-मुक्ति और विश्व कल्याण’।
उन्होंने ‘आत्मानम मोक्षार्थम जगत हिताय च’ के प्राचीन ज्ञान पर केंद्रित मुख्य भाषण दिया। भारतीय प्रवासियों के भीतर एकता और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के महत्व पर जोर दिया था। उन्होंने नेताओं को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से ऊपर समाज की उन्नति को रखने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला था।
इसके बाद बने थे गुजरात के सीएम
• बताया जाता है कि अशोक सिंहल को दर्शकों से यह कहते हुए सुना गया था कि ‘वह संघ का शेर है!’ कुछ ही महीनों बाद नवंबर 2000 में मोदी को भाजपा के संगठन प्रभारी महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया। अगले वर्ष उन्हें गुजरात का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था।
• उस कार्यक्रम में त्रिनिदाद और टोबैगो के तत्कालीन प्रधानमंत्री बासदेव पांडे, आरएसएस सरसंघचालक के. सुदर्शन, स्वामी चिदानंद सरस्वती और अशोक सिंहल जैसे प्रमुख व्यक्ति शामिल हुए थे। उस समय भी नरेन्द्र मोदी ने कैरिबियन में रहने वाले भारतीय प्रवासियों के साथ एक मजबूत संबंध स्थापित किया था। उन्होंने त्रिनिदाद के गांवों का दौरा किया, स्थानीय भारतीय समुदाय से मुलाकात की।
सौजन्य : दैनिक जागरण
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