जालंधर में पुलिस की मुस्तैदी में चलती हैं RSS की शाखाएं
फिरोजपुर में RSS नेता के बेटे पर हमले के बाद, पंजाब में RSS कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। जालंधर में पुलिस सुरक्षा के बीच रोजाना 45 शाखाएं लगती हैं। प्रत्येक शाखा पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। RSS नेता जगदीश गगनेजा की 2016 में हत्या कर दी गई थी, जिसमें खालिस्तानी नेटवर्क का हाथ था। अब शाम की शाखाओं के लिए भी सुरक्षा की मांग की जा रही है।
18 नवम्बर, 2025 – जालंधर : फिरोजपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) नेता के बेटे को गोली मारने की घटना के बाद पूरे पंजाब में RSS के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। सोमवार को शहर में लगने वाली RSS की शाखाओं की पड़ताल की गई तो पता चला कि जालंधर जिले में पुलिस सुरक्षा के बीच रोजाना 45 शाखाएं लगती हैं।
रोजाना सुबह लगने वाली RSS की हर शाखा की सुरक्षा के लिए दो पुलिस मुलाजिम जूलो गाड़ी में मुस्तैद रहते हैं और एक ड्यूटी अफसर रोजाना चेकिंग के लिए भी जाता है। स्वयंसेवकों को बिना चेकिंग से अंदर जाने दिया जाता है, पर दूसरे आने-जाने वालों की जांच करके ही प्रवेश करने दिया जाता है।
फिरोजपुर में RSS के वरिष्ठ नेता बलदेव अरोड़ा के बेटे नवीन अरोड़ा को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद हर किसी ने सरकार के खिलाफ रोष जाहिर किया था और इस घटना के बाद पूरे पंजाब में RSS के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं।
शहर में RSS का मुख्य कार्यालय पीली कोठी है और वहीं से RSS की सारी गतिविधियां चलती हैं। सबसे ज्यादा सुरक्षा वहीं पर है। दफ्तर में पंजाब पुलिस की पूरी घेराबंदी की गई है और वहां पर किसी बाहरी व्यक्ति को बिना इजाजत जाने की अनुमति नहीं है।
कड़े सुरक्षा पहरे में वहां पर कार्यक्रम होते हैं। इसके अलावा शहर भर में 45 शाखाएं रोजाना सुबह लगती हैं, जिनमें एसबीटी स्कूल थापरा बगीची, सेठ हुक्म चंद कालोनी, फ्रेंड्स कालोनी, प्रताप बाग, बाबा बालक नाथ मंदिर किशनपुरा के अलावा शहर में कई जगहों पर शाखाएं लगती हैं।
RSS का महानगर संघ संचालक विजय गुलाटी ने बताया कि दिन के समय पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए होते हैं, लेकिन फिरोजपुर में हुई घटना को देखते हुए वह शाम को होने वाली बच्चों की शाखाओं में सुरक्षा होनी चाहिए। इस बारे में पुलिस कमिश्नर को लिखेंगे कि शाम के समय भी सुरक्षा मुहैया करवाई जाए।
2016 में RSS नेता जगदीश गगनेजा की गोलियां मार की गई थी हत्या
छह अगस्त 2016 की शाम RSS के वरिष्ठ नेता व पंजाब के सह संघचालक रहे ब्रिगेडियर (रि.) जगदीश गगनेजा को दो बाइक सवार हमलावरों ने भगवान वाल्मीकि चौक (ज्योति चौक) में गोलियां मार दी थी। शरीर पर तीन गोलियां लगने से वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे और करीब 47 दिनों तक अस्पताल में इलाज के बाद उनकी मौत हो गई थी।
लंबी जांच के बाद एनआइए ने नवंबर 2019 में इस मामले में 11 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी, जिनमें हरदीप सिंह उर्फ शेरा, रामनदीप सिंह उर्फ बग्गा, जगतार सिंह उर्फ जग्गी जोहल, अनिल कुमार उर्फ काला, धरमिंदर सिंह उर्फ गुगुनी सहित कई नाम शामिल थे। एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि यह हत्या किसी व्यक्तिगत रंजिश का नहीं, बल्कि खालिस्तानी नेटवर्क की तरफ से की गई टारगेट किलिंग थी।
जांच में सामने आया था कि इस पूरे नेटवर्क को ब्रिटेन, इटली, आस्ट्रेलिया, यूएई सहित कई देशों से फंडिंग मिली थी। हथियारों की सप्लाई में तिहाड़ जेल में बंद मुकेश और उससे जुड़े गिरोह का नाम भी सामने आया था। 2022 में उसके दो साथियों को पिस्टल और कारतूस सहित पकड़ा गया था।
दैनिक जागरण