इमरजेंसी की स्थिति से निपटने की दी गई ट्रेनिंग
पंजाब में बुधवार को अधिकारियों ने राष्ट्रव्यापी मेगा सिविल डिफेंस अभ्यास के तहत कई स्थानों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। फिरोजपुर लुधियाना अमृतसर बठिंडा गुरदासपुर होशियारपुर पटियाला पठानकोट बरनाला और मोहाली में आपातकालीन परिदृश्यों जैसे आग की आपात स्थिति और उससे निपटने को लेकर मॉक ड्रिल की गई।
08 मई, 2025 – चंडीगढ़ : पंजाब में बुधवार को अधिकारियों ने राष्ट्रव्यापी मेगा सिविल डिफेंस अभ्यास के तहत कई स्थानों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया। फिरोजपुर, लुधियाना, अमृतसर, बठिंडा, गुरदासपुर, होशियारपुर, पटियाला, पठानकोट, बरनाला और मोहाली में आपातकालीन परिदृश्यों, जैसे आग की आपात स्थिति और बचाव कार्यों का अनुकरण करने वाली मॉक ड्रिल की गई।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच उभरे नए और जटिल खतरों के कारण केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों से बुधवार को मॉक ड्रिल करने को कहा था। अधिकारियों ने कहा कि अभ्यास का उद्देश्य वास्तविक समय की स्थितियों में आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र की प्रभावकारिता का मूल्यांकन और उसे बढ़ाना था।
मॉक ड्रिल के दौरान स्वयंसेवकों द्वारा घायलों को स्ट्रेचर पर एम्बुलेंस में ले जाने, आग बुझाने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का अभिनय करने के दृश्य दिखाए गए। मॉक ड्रिल में अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम और आपदा प्रबंधन अधिकारियों सहित कई एजेंसियों की समन्वित भागीदारी देखी गई।
मोहाली के मॉल में हुई मॉक ड्रिल
इसके अलावा, नागरिक सुरक्षा, राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) और राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के प्रशिक्षित स्वयंसेवकों ने भी अभ्यास में भाग लिया।
मोहाली में, एक मॉल में मॉक ड्रिल की गई। मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक पारीक ने कहा कि लोगों से वास्तविक समय की आपात स्थितियों से निपटने के तरीकों के बारे में जागरुकता पैदा करने के लिए सहयोग करने को कहा गया। उन्होंने कहा, “जिला प्रशासन, सेना या अर्धसैनिक बलों द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए।”
लुधियाना में, संभावित आपात स्थितियों के लिए तैयारियों को मजबूत करने के लिए फिरोजपुर रोड पर वेरका मिल्क प्लांट में अग्नि सुरक्षा और बचाव कार्यों पर मॉक ड्रिल केंद्रित थी। लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन ने निवासियों से शांत रहने का आग्रह किया और उन्हें आश्वासन दिया कि इस तरह के अभ्यास सुरक्षा और तैयारियों को बढ़ाने के लिए सक्रिय उपाय हैं। इस अभ्यास का उद्देश्य जनता और अधिकारियों को संकटों से प्रभावी ढंग से निपटने के कौशल से लैस करना था।
4 बजे अलार्म के साथ शुरू हुई मॉक ड्रिल
यह अभ्यास शाम 4 बजे अलार्म के साथ शुरू हुआ, जिसके बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), अग्निशमन विभाग, जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, नागरिक सुरक्षा और एनसीसी सहित कई एजेंसियों के बीच त्वरित समन्वय स्थापित हुआ।
सौजन्य : दैनिक जागरण
test