सुरेन्द्र कुमार वर्मा
लुधियाना ब्लास्ट के बाद हर नेता की जुबान पर एक कॉमन लाइन जरूर है. वो ये कि चुनाव से पहले कोई पंजाब का माहौल खराब करना चाहता है. लेकिन सच ये है कि ये आशंका पहले से जताई जा रही थी. बावजूद इसके इस आशंका को हकीकत में बदलने से कोई नहीं रोक सका.
पिछले कुछ दिनों से पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर सवाल उठ रहे हैं. गुरुवार को तो लुधियाना की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में ब्लास्ट भी हो गया. इस बम धमाके में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि एक वकील और पुलिसकर्मी समेत पांच लोग घायल हो गए हैं. ये धमाका किसने किया. इसके पीछे मास्टरमाइंड कौन है. क्या बम धमाके के तार पाकिस्तान से जुड़ रहे हैं. चुनाव से पहले माहौल खराब करने की साजिश है. इन सारी बातो को लेकर जांच हो रही है.
धमाके के बाद घटनास्थल पर NSG की टीम मौके पर पहुंच गई है और जांच शुरू कर दी है. इस बीच होम सेक्रेटरी अजय भल्ला ने पंजाब के सीनियर ऑफिशियल्स से इस मामले पर बात की और इसी के आधार पर गृह मंत्री अमित शाह को ब्रीफ किया.
सूत्रों के मुताबिक शुरुआती जांच के बाद पंजाब पुलिस को लगता है कि ये धमाका किसी और जगह किया जाना था. पुलिस से जुड़े सोर्सेस का कहना है कि जिस शख्स ने बम विस्फोट किया. वो या तो अपने शरीर पर बम असेंबल करने गया था या फिर इस बम को एक्टिव करने के इरादे से कोर्ट के वॉशरूम में गया, लेकिन इससे पहले कि वो ऐसा कर पाता बम विस्फोट हो गया. अब सवाल है कि आखिर टारगेट पर कौन था.
क्या निशाने पर थी मुख्यमंत्री चन्नी की रैली?
जानकारी ये मिली है कि आज पंजाब के चीफ मिनिस्टर चरणजीत चन्नी की लुधियाना में एक पब्लिक मीटिंग होनी थी. लुधियाना के दाखां इलाके में ये रैली थी. उन्हें एक नए बस स्टैंड का भी इनॉगरेशन करना था, लेकिन इससे पहले कि वो लुधियाना पहुंचते. जिला कोर्ट में बम ब्लास्ट की खबर आ गई. वैसे कोर्ट से दाखां इलाके की दूरी करीब 22 किलोमीटर की है. इसलिए अंदेशा इस बात का भी है कि सुसाइड बॉम्बर के टारगेट पर लुधियाना की चीफ मिनिस्टर वाली रैली हो.
इस वक्त भी लुधियाना कोर्ट परिसर में हलचल है. जिस एरिया को पुलिस ने कॉर्डन ऑफ कर दिया था. वहां NSG की टीम एक्टिव है. खबर तो ये भी है कि NIA भी इस केस की छानबीन की तैयारी में जुट गई है, लेकिन इस सबके बीच आज पंजाब की सरकार ने सुसाइड बॉम्बर की थ्योरी से इनकार नहीं किया.
पंजाब के होम मिनिस्टर ने इसके पीछे सरहद पार की साजिश का संकेत भी दिया. सवाल है कि क्या इस बार महिला फिदायीन का इस्तेमाल किया गया क्योंकि शुरुआती तफ्तीश तो इसी तरफ इशारा कर रही है.
क्या पंजाब के अंदर महिला मानव बम?
लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट को लेकर पंजाब के चीफ मिनिस्टर ने एक बयान से ऐसा सवाल खड़ा कर दिया, जिसने नए सिरे से पंजाब में आतंक की मौजूदगी को सुसाइड बॉम्बर की थ्योरी को हवा दे दी. सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या ये बम धमाका कोई फिदायीन हमला था ? क्या पंजाब के अंदर महिला मानव बम हैं? क्या कोर्ट रूम परिसर में महिला मानव बम घूम रही थी? क्या ये बम प्लांट करने की कोशिश थी या फिर सुसाइड अटैक की ड्रिल ?
पुलिस और सिक्योरिटी एजेंसी हर तरह से, हर एंगल से मामले की जांच कर रही है. एक एक लीड को एक्सप्लोर कर रही है और हर सबूत को जुटा रही है. चूंकि धमाका कोर्ट रूम परिसर के लेडीज टॉयलेट में हुआ. इसलिए भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या ये काम किसी लेड़ीज सुसाइड ब़ॉम्बर का है.
हालांकि जिस वक्त ये आशंका जताई जा रही थी. उसी दौरान एक और तस्वीर ने सबका ध्यान खींचा.आज पंजाब के होम मिनिस्टर सुखजिंदर रंधावा जब अस्पताल में घायलों से मिल रहे थे. बात कर रहे थे तो उन्हें आसपास मौजूद अफसरों ने एक महिला की फोटो दिखाई.
ये महिला कौन है, इसकी फोटो क्यों दिखाई गई. क्या इसका धमाके से कोई लेना देना है या फिर ये बम धमाके मे कोई पीड़ित है. इसे लेकर अब तक कुछ भी साफ नहीं है. सवाल तो ये भी है कि क्या ऐसा तो नहीं कि हमले का मास्टरमाइंड कोई और हो और किसी महिला को इस काम के लिए रिक्रूट किया गया हो?
लेकिन इतना जरूर है कि आज कोर्ट में जो कुछ हुआ.वो दहशत और खौफ की चीख-चीख कर गवाही दे रहा था. एक धमाका और चारों तरफ अफरा तफरी मच गई. बम ब्लास्ट हुआ. और देखते ही देखते सबकुछ खत्म हो गया.
आज दोपहर तक सबकुछ ठीक था. लुधियाना की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में रोज की तरह काम हो रहा था. लोग आ जा रहे थे, लेकिन दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर सब बदल गया.
अदालत के परिसर में कोर्ट नंबर 9 के पास लेडीज वॉशरूम के अंदर जोरदार धमाका हुआ. ब्लास्ट की इंटेसिटी इतनी ज्यादा थी कि पूरी बिल्डिंग हिल गई. बाथरूम की दीवार टूट गई. खिड़कियों के शीशे चटक गए. पार्किंग में जो गाडिया मौजूद थीं उन्हें भी काफी नुकसान हुआ. टीवी नाइन भारतवर्ष के संवाददाता मोहित मल्होत्रा सबसे पहले उस वॉशरूम में पहुंचे, जहां ये ब्लास्ट किया गया था. हमारे रिपोर्टर ने उन लोगों से बात भी जो ब्लास्ट के चश्मदीद थे जिन्होंने दहशत का ये मंजर अपनी आंखों से देखा था.
आनन-फानन में मौके पर पुलिस की टीम पहुंची. पूरे एरिया को सील कर दिया. फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई और फॉरेंसिक टीम ने भी अपना काम करना शुरू कर दिया. हालांकि इस पूरे मामले पर अभी पुलिस की तरफ से ज्यादा कुछ नहीं कहा गया. सिर्फ इतना बताया कि जांच शुरू हो चुकी है. जल्द ही दोषियों को बेनकाब करेंगे.
धमाके के बाद गृह मंत्रालय भी अलर्ट
इस सबके बीच गृह मंत्रालय भी अलर्ट हो गया है. राज्य सरकार से मामले पर पूरी रिपोर्ट मांगी गई है. राज्य में धार्मिक स्थलों को लेकर पहले ही सुरक्षा का हाई अलर्ट है. लेकिन इस ब्लास्ट के बाद अब सार्वजनिक जगहों पर भी सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. NIA की टीम भी पूरे मामले को लेकर एक्टिव हो चुकी है. सूत्रों के मुताबिक MHA की तरफ से कहा गया है कि 72 घंटे के अंदर दोषियों की पहचान हो.
हमारे रिपोर्टर मोहित मल्होत्रा आज पूरे दिन लुधियाना में थे. उन्हें ब्लास्ट से जुड़ी कई डीटेल्स भेजी हैं. पुलिस के सीनियर अफसरों से भी बात की. मोहित मल्होत्रा ने बताया कि जिस तरह से हमले को एग्जीक्यूट किया गया. उसे देखने से तो लगता है कि इसके पीछे कोई बड़ी प्लानिंग थी. किसी बड़े हमले की प्लानिंग हो रही थी. सवाल तो ये है भी पंजाब में आज जो कुछ हुआ. क्या ये पाकिस्तान की साजिश थी क्योंकि कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन आया था. बताया गया कि इसमें काफी RDX मौजूद था, लेकिन वो pay load सिक्योरिटी एजेंसीज के हाथ नहीं लगा तो क्या इसी को लेकर बारूदी साजिश रची गई.
पंजाब वो राज्य है, जिसकी 550 किलोमीटर से ज्यादा की सरहद पाकिस्तान से लगती है. बॉर्डर पर पाकिस्तान की साजिशें कई बार बेनकाब हो चुकी हैं. पाकिस्तान कभी हथियार भेजता है तो कभी ड्रोन से बारूद ड्रॉप करता है. लेकिन जो कुछ लुधियाना की कोर्ट में हुआ. जिस तरह से बम धमाके को अंजाम दिया गया. अब इस साजिश के तार भी पड़ोसी मुल्क की तरफ इशारा कर रहे हैं और ये बात किसी और नहीं बल्कि पंजाब के होम मिनिस्टर की तरफ से कही गई है.
धमाके से पहले की टाइम लाइन
अगर पिछले कुछ दिनों की टाइम लाइन पर गौर करेंगे तो अंदाजा हो जाएगा कि पंजाब में माहौल बिगाड़ने को लेकर पाकिस्तान की प्लानिंग किस लेवल पर थी. सरहद पार से किस तरह के मॉड्यूल को अंजाम दिया जा रहा था.
सितंबर 2021 में पाकिस्तान के जरिए टिफिन बम भेजने की बात सामने आई. टिफिन के अंदर RDX भरकर पंजाब भेजे गए थे. नाम खालिस्तान टाइगर फोर्स का था. असली काम पाकिस्तान का था.
अक्बूटर 2021 को तरनतारण में पाकिस्तान की साजिश बेनकाब हुई. बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया. 22 पिस्तौल 44 मैगजीन, 100 कारतूस और एक किलो हेरोइन बरामद की. नवंबर 2021 में बॉर्डर के इलाकों में टिफिन बम की खेप बरामद की गई. इसके अलावा बठिंडा से दो जिंदा हैंड ग्रेनेड भी कब्जे में लिए.
अब 1 दिसंबर को गुरदासपुर के दीनानगर में एक किलो RDX और ग्रेनेड मिला. गौर करनेवाली बात ये है कि पंजाब में चुनाव से पहले. माहौल बिगाड़ने को लेकर केंद्र सरकार की तरफ से कई अलर्ट भेजे गए थे.
खुफिया एजेंसियों ने भेजे कई अलर्ट
24 नवंबर को खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया था कि पाकिस्तान की ISI आइईडी ब्लास्ट को अंजाम दे सकती है. नेताओं को टारगेट कर माहौल खराब करने की साजिश है. 1 दिसंबर को ये जानकारी सामने आई कि पजाब को दहलाने के लिए ISI ने तस्करों के जरिए RDX भेजा है.
तीन दिन पहले ही एक और अलर्ट गया, जिसमें पंजाब के तमाम धार्मिक स्थलों, डेरों, मंदिरों, गुरुद्वारों और अन्य सभी धर्मों के धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिया गया था क्योंकि आशंका ये जताई गई कि दंगा भड़काकर पंजाब को सुलगाने की साजिश रची गई.
हालांकि इतना सब होने के बावजूद इतने अलर्ट के बावजूद पंजाब के लुधियाना में ब्लास्ट की वारदात हो गई. अब जरूरत इस बात की है कि आगे से ऐसी घटनाएं रिपीट ना हो.
सवाल सिर्फ पाकिस्तान की साजिश की नहीं बल्कि पंजाब पुलिस की अलर्टनेस को लेकर भी हैं क्योंकि कोर्ट में सिक्योरिटी होती है. गेट पर पुलिसवाले मौजूद रहते हैं और अगर ऐसे में कोर्ट के अंदर कोई विस्फोटक लेकर चला गया. सुसाइड ब्लास्ट कर दे तो फिर पुलिस से सवाल तो पूछे जाने चाहिए. इस रिपोर्ट को देखेंगे तो पता चलेगा कि जिला कोर्ट में सिक्योरिटी को लेकर किस तरह के लूपहोल्स थे.
करीब सवा बारह बजे का वक्त था. जब पंजाब के लुधियाना में इस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में जोरदार विस्फोट हुआ और चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई. ये धमाका कोर्ट की दूसरी मंजिल पर टॉयलेट में हुआ था, लेकिन उस धमाके से कोर्ट की पूरी इमारत हिल गई. खिड़कियों के शीशे चटख गए और यहां तक कि नीचे खड़ी गाड़ियों के शीशे भी चटख गए.
इसके बाद से ही सवाल उठने लगे कि क्या इस इंटेंसिटी का विस्फोटक इस अदालत परिसर में भी इतनी आसानी से दाखिला कराया जा सकता है. सवाल की तफ्तीश शुरू करते ही लापरवाहियों का जवाब मिलना शुरू हो गया. पहली लापरवाही ये कि कोर्ट के मेटल डिटेक्टर खराब पड़े थे.
ये महज इत्तेफाक नहीं है कि लुधियाना कोर्ट में ब्लास्ट से महज सात दिन पहले 17 अक्टूबर को बीएसएफ ने फिरोजपुर सेक्टर में एक चाइनीज मेड पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया था. उस दिन रात के 11 बजकर 10 मिनट पर वान बॉर्डर पर पाकिस्तान की ओर से एक ड्रोन आता हुआ दिखाई दिया था. जब वो ड्रोन डेढ़ सौ मीटर दूर था. तब बीएसएफ ने उसे मार गिराया. खास बात ये थी कि काले रंग का वो ड्रोन दस किलो का पेलोड लेकर उड़ सकता था.
सवाल उठ रहा है कि क्या पाकिस्तान की ओर से सिर्फ खुफिया ड्रोन भेजे जा रहे हैं या उनके साथ विस्फोटकों का कन्साइनमेंट भी भेजा जा रहा है? 30 नवंबर को डीजी बीएसएफ पंकज कुमार सिंह ने बॉर्डर पर दिख रहे ड्रोन की डिटेल जानकारी दी थी और बताया था कि पंजाब और जम्मू में इस साल बॉर्डर पर 67 ड्रोन देखे जा चुके हैं. अधिकतर ड्रोन मेड इन चाइना थे और 95 परसेंट मामलों में उनसे ड्रग्स की सप्लाई की जा रही थी. जबकि दिसंबर के शुरुआत में ही पांच आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ था.
आतंकियों ने कबूल किया था कि पंजाब चुनाव और न्यू ईयर पर आईएसआई बड़े धमाके करने की साजिश रच रही है और क्रिसमस के आसपास ड्रोन से टिफिन बम, ग्रेनेड भेजने वाली है. पाकिस्तान से भेजी गई विस्फोटकों की खेप में से कुछ हिस्सा बरामद भी कर ली, लेकिन आशंका है कि पाकिस्तान कुछ हिस्सा आतंकियों तक पहुंचाने में कामयाब रहा. जो पंजाब में धमाकों की शक्ल में बाहर आ रहा है.
ये बात सही है कि पाकिस्तान की नजर हमेशा पंजाब पर रही है. वो चाहता है कि किसी तरह पंजाब को अस्थिर किया जाए. वहां अनरेस्ट पैदा किया जाए, लेकिन इस सबके बीच जब इतना सेंसिटिव मामला हो. ऐसे वक्त में जब सभी दलों को एक जुट होकर हमले की निंदा करनी चाहिए तब भी ब्लास्ट के नाम पर सियासत का शोर सुनाई दिया.
लुधियाना ब्लास्ट के बाद हर नेता की जुबान पर एक कॉमन लाइन जरूर है. वो ये कि चुनाव से पहले कोई पंजाब का माहौल खराब करना चाहता है. लेकिन सच ये है कि ये आशंका पहले से जताई जा रही थी. बावजूद इसके इस आशंका को हकीकत में बदलने से कोई नहीं रोक सका. बीएसएफ का दायरा बढ़ाने पर राजनीति होती रही और सूबे की पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही. जिसका नतीजा माना जा रहा है लुधियाना में हुआ धमाका.
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