Sanjiv Kumar ब्रिटेन में एक ट्रेन द्रुत गति से दौड़ रही थी। ट्रेन अंग्रेजों से भरी हुई थी। उसी ट्रेन के एक डिब्बे में अंग्रेजों के साथ एक भारतीय भी बैठा हुआ था। डिब्बा अंग्रेजों से खचाखच भरा हुआ था। वे सभी उस भारतीय का मजाक उड़ाते जा रहे थे। कोई कह रहा था, देखो कौन नमूना … [Read more...] about भारत का गौरव शाली इतिहास – इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया
Social & Cultural Studies
The world must realise that Pakistan is a rogue state
Jaibans Singh The 9/11 anniversary this year has brought in its wake old memories and new horrors. After two decades and Trillions of Dollars down the drain the world is back to square one, the difference being that, yet again, a super power stands humiliated while the … [Read more...] about The world must realise that Pakistan is a rogue state
सरकारी गौशाला मोहाली – लोग स्वयं ही आगे आ कर सहयोग करते हैं
Bureau Report शहरों की व्यस्त दिनचर्या में जहां प्रत्येक व्यक्ति अपनी परिवारिक जिम्मेदारी को निभाने की जदोजहद में उलझा हुआ है वहीं चाह कर भी वह गौ माता की सेवा में समय देना तो दूर, गौशाला भी नहीं जा पता। इसके विपरीत अधिकतर गौशालाएं दान आश्रित होतीं हैं तथा दानी सज्जनों के … [Read more...] about सरकारी गौशाला मोहाली – लोग स्वयं ही आगे आ कर सहयोग करते हैं
हिंदी के मजबूत कंधों पर ही सशक्त हो सकता आत्मनिर्भरता का आधार
प्रो. निरंजन कुमार आत्मनिर्भरता का आधार हिंदी के मजबूत कंधों पर ही सशक्त हो सकता है। 14 सितंबर को हिंदी दिवस है। इस अवसर पर प्रो. निरंजन कुमार बता रहे हैं कि आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे देश के लिए यह सही समय है कि हम हिंदी की ताकत को पहचानें... 13 सितम्बर, 2021 – - … [Read more...] about हिंदी के मजबूत कंधों पर ही सशक्त हो सकता आत्मनिर्भरता का आधार
हम रहें या ना रहें, भारत ये रहना चाहिये
विजयलक्ष्मी सिंह कभी-कभी सच में मनुष्य पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ता है. भोपाल में अरेरा कॉलोनी के पॉश इलाके में किराये पर एक कमरा लेकर रहने वाली कल्पना विश्वकर्मा की कहानी भी कुछ ऐसा ही दर्द बयां करती है. एक पैर में गैंगरीन की वजह से लगभग अपाहिज हो चुकी गर्भवती कल्पना के लिए … [Read more...] about हम रहें या ना रहें, भारत ये रहना चाहिये