इकबाल सिंह लालपुरा पंजाब के ऐतिहासिक काल को देखकर सहज ही यह महसूस किया जा सकता है कि गुरु साहिबान के समय से लेकर महाराजा रणजीत सिंह की मृत्यु (1839 ई.) तक हिन्दू-सिक्ख विभाजन कभी देखने को नहीं मिला। महाराजा सभी पंजाबियों के लिए आम थे। हिंदू परिवारों ने आमतौर पर सबसे बड़े बेटे को गुरु को सौंप, खालसा साज, ख़ुशी महसूस की। सिख धर्म एक अनूठा निर्मल धर्म/पंथ है, जिसमें … [Read more...] about पंजाबी लोग शांति और विकास चाहते हैं।
testगरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में विश्व को राह दिखाता भारत
प्रहलाद सबनानी भारत में विशेष रूप से कोरोना महामारी के बीच एवं इसके बाद केंद्र सरकार द्वारा गरीब वर्ग के लाभार्थ चलाए गए विभिन्न कार्यक्रमों के परिणाम अब सामने आने लगे हैं। विशेष रूप से प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना के अंतर्गत देश के 80 करोड़ नागरिकों को मुफ्त अनाज की जो सुविधा प्रदान की गई है एवं इसे कोरोना महामारी के बाद भी जारी रखा गया है, इसके परिणामस्वरूप देश … [Read more...] about गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में विश्व को राह दिखाता भारत
testThe Akal Takht Jathedar: Despite indefinite term why none has lasted beyond a few years?
Kamaldeep Singh Brar The Akal Takth There’s no fixed term for the Jathedar (custodian) of the Akal Takht, the highest temporal seat in Sikhism. That means an Akal Takht Jathedar can continue to occupy the seat all his life. Yet, no Akal Takht Jathedar in recent memory has lasted the crown of thorns for more than a few years, nor has anyone escaped the tar of controversy … [Read more...] about The Akal Takht Jathedar: Despite indefinite term why none has lasted beyond a few years?
testजयंती विशेष गोपाल कृष्ण गोखले
नरमदल के प्रभावशाली नेता थे गोपाल कृष्ण गोखले, युवाओं में जगाई थी देशभक्ति की अलख Gopal Krishna Gokhale Birth Anniversary महाराष्ट्र के रत्नागिरि में नौ मई1866 को जन्में गोपाल कृष्ण गोखले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के नरमदल के सर्वाधिक प्रभावशाली नेता थे। गोखले ने युवाओं के भीतर देशभक्ति की भावना को जगाई थी। महान समाज सुधारक, शिक्षाविद, नरम दल के नेता गोपाल कृष्ण … [Read more...] about जयंती विशेष गोपाल कृष्ण गोखले
testजयंती महाराणा प्रातप
अकबर के घमंड को चूर करने वाले महाराणा प्रताप, जिन्होंने कभी नहीं मानी हार महाराणा प्रताप ने मुगलों के बार-बार हुए हमलों से मेवाड़ की रक्षा की। उन्होंने अपनी आन बान और शान के लिए कभी समझौता नहीं किया। विपरीत परिस्थिति में भी कभी हार नहीं मानी। यही वजह है कि महाराणा प्रताप की वीरता के आगे किसी की भी कहानी टिकती नहीं है। 7 फीट 5 इंच लंबाई, 110 किलो वजन, 81 किलो का … [Read more...] about जयंती महाराणा प्रातप
testਸਰਦਾਰ ਜੱਸਾ ਸਿੰਘ ਰਾਮਗੜ੍ਹੀਆ ਦੀ ਸ਼ਖ਼ਸੀਅਤ
ਡਾ. ਪਰਮਵੀਰ ਸਿੰਘ ਰਾਮਗੜ੍ਹੀਆ ਬੁੰਗਾ ਸ੍ਰੀ ਦਰਬਾਰ ਸਾਹਿਬ ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ ਦੀ ਪਰਿਕਰਮਾ ਵਿਚ ਇਕ ਵਿਸ਼ਾਲ ਪੁਰਤਾਨ ਬੁੰਗੇ ਦੇ ਦਰਸ਼ਨ ਹੁੰਦੇ ਹਨ। ਇਹ ਬੁੰਗਾ ਪੁਰਾਤਨ ਰਾਮਰੌਣੀ ਕਿਲ੍ਹੇ ਦੇ ਨਾਲ ਲੱਗਦਾ ਸੀ ਜਿਹੜਾ ਕਿ ਸ੍ਰੀ ਦਰਬਾਰ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਕਰਨ ਲਈ ਸਰਦਾਰ ਜੱਸਾ ਸਿੰਘ ਰਾਮਗੜ੍ਹੀਏ (1723-1803) ਨੇ ਇਸ ਦੀ ਉਸਾਰੀ ਕਰਵਾਈ ਸੀ। ਸਰਦਾਰ ਜੱਸਾ ਸਿੰਘ ਦੇ ਸਮੇਂ ਇਹ ਬੁੰਗਾ ਸੰਪੂਰਨ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਿਆ ਸੀ ਅਤੇ ਜਦੋਂ ਮਹਾਰਾਜਾ ਰਣਜੀਤ ਸਿੰਘ ਦੇ ਅਧੀਨ ਆਇਆ ਤਾਂ ਉਸ ਨੇ ਇਸ … [Read more...] about ਸਰਦਾਰ ਜੱਸਾ ਸਿੰਘ ਰਾਮਗੜ੍ਹੀਆ ਦੀ ਸ਼ਖ਼ਸੀਅਤ
testसरदार जस्सा सिंह अहलूवालिया
18वीं शताब्दी के महान योद्धा जनरल सरदार जस्सा सिंह अहलूवालिया, जिन्होंने जंगलों और पहाड़ों में रहने वाले सिखों (जिन्हें उस समय की सरकारें खत्म करना चाहती थीं) को साफ कर दो युद्धों, 7 नरसंहारों और सैकड़ों युद्धों के बाद सिख राज्य की स्थापना की। केवल इतना ही नहीं किया, बल्कि 800 साल तक विदेशी सरकारों के गुलाम भारत को भी आजाद कराया। जब सरदार जस्सा सिंह अहलूवालिया ने सिख … [Read more...] about सरदार जस्सा सिंह अहलूवालिया
testअमृत सरोवर योजना : जल संरक्षण से बदलेगी स्थिति
डॉ. सौरभ मालवीय पृथ्वी हमारा निवास स्थान है। मनुष्य सहित सभी प्राणी इसी धरती पर जन्म लेते हैं और इसी पर जीवन यापन करते हैं। पृथ्वी हमारे जीवन का आधार है। पृथ्वी से हमें वायु, जल और भोजन प्राप्त होता है। यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि पृथ्वी ने मनुष्य व अन्य सभी प्राणियों को जीवन प्रदान किया है। किन्तु मनुष्य ने पृथ्वी को क्या दिया? इस प्रश्न का उत्तर यही है कि मनुष्य … [Read more...] about अमृत सरोवर योजना : जल संरक्षण से बदलेगी स्थिति
testमजदूरों को समर्पित एक कविता: भारत का मजदूर
कर्नल ललित चमोला, सेना मेडल भारत का मजदूर मैं नया नया, शहर में आया था, गांव की बोली, और सादगी साथ लाया था, चकाचौंध देख, चकराया था मैं, यहां तो जन्नत मिलेगी, समझा था मैं। वह अनाज, जिसे खुद उगा के खाता था, शहर में, उसी के लिए लाइन लगाता था, मिट्टी या पत्थर का, अपना घर था मेरा, यहां झोपड़पट्टी की खोली में, गुजारा करता था। भोर के तारे के साथ, जागता वहां भी … [Read more...] about मजदूरों को समर्पित एक कविता: भारत का मजदूर
testਕਿਸਾਨੀ ਕਰਜ਼ਾ ਅਤੇ ਕੇਂਦਰ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਪਹੁੰਚ
ਡਾ. ਸ ਸ ਛੀਨਾ ‘ਰਾਜ’ ਇੱਕ ਸਮਾਜਿਕ ਸਮਝੌਤਾ ਹੈ ਜਿਸ ਦਾ ਮੁੱਖ ਮੰਤਵ ਸਮੁੱਚੀ ਸਮਾਜਿਕ ਭਲਾਈ ਹੈ ਜਿਸ ਦਾ ਆਧਾਰ ਮਨੁੱਖੀ ਅਧਿਕਾਰ ਅਤੇ ਸਮਾਜਿਕ ਸੁਰੱਖਿਆ ਹੈ। ਜਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਪੱਛਮੀ ਵਿਕਸਤ ਦੇਸ਼ਾਂ ਵਿਚ ਜਾਂ ਰੁਜ਼ਗਾਰ, ਤੇ ਜਾਂ ਫਿਰ ਬੇਰੁਜ਼ਗਾਰੀ ਭੱਤਾ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਉਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸਮਾਜਿਕ ਸੁਰੱਖਿਆ ਵਾਲੇ ਹਾਲਾਤ ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਨਹੀਂ ਬਣ ਸਕੇ। ਇੱਥੇ ਅਜੇ ਵੀ 60 ਫ਼ੀਸਦ ਵਸੋਂ ਰੁਜ਼ਗਾਰ ਲਈ ਖੇਤੀ ’ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦੀ ਹੈ; ਭਾਵੇਂ ਔਸਤ ਜੋਤ ਦਾ ਆਕਾਰ ਇਕ ਏਕੜ ਤੋਂ … [Read more...] about ਕਿਸਾਨੀ ਕਰਜ਼ਾ ਅਤੇ ਕੇਂਦਰ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਪਹੁੰਚ
test